१) रंग बतलाए कोई अलग,खून के किसी कतरे का फर्क पता चले हम सबको, कौन है फिर किस कौम का ।
2) उड़ान भरता है हर पंछी ,जब मौसम का मिजाज ठीक होता है
हम तो बाज़ है गगन के,उड़ान तब भी भरते है जब बिगड़ा मौसम का मिजाज़ होता है|
3) हर किसी के हिस्से में उसने कुछ न कुछ तो रखा होगा,
महफ़िल न सही मेरे हिस्से में तन्हाई तो रखा होगा,
याद प्यार से करनेवाले न सही मेरे हिस्से में,
नफरत से याद करनेवालों को तो रखा होगा|
४) न है मुझे मलाल कि मेरे हिस्से में दर्द आया है, खुश हूँ ये जानकर कि अपनों के हिस्से में प्यार आया है|
५) तमन्ना है उड़ने की जिनको ऊँचे आसमानों में
कुछ पल के लिए रिश्ता टूट जाता है उनका अपने
आशियानो से
bhut khoob…………………………
धन्यवाद मधु जी |
Lovely …………………………….!!
thanks………..
Sundar rachna…
धन्यवाद ……….
VERY NICE
thanks manoj ji……
Beautiful……….. बहुत खूब……… विजय जी….
धन्यवाद काजल जी |
बहुत खूब
धन्यवाद ………….
Bahut khub………………………
धन्यवाद ………
अति सुन्दर शायरी,
धन्यवाद………..