यूं ही सजधज के रहा करो,जीवन जीयो,गुजारो नहींकभी खता कर लिया करोहमेशा ही भूल सुधारो नहींडालो कभी निगाहें खुद परसदा औरों को निहारो नहींसपने जिलाने किसी का यूंअपने सपने को मारो नहींचढ़ाने कद ऊपर औरों कीखुद को नीचे उतारो नहींसिद्दत से सजो कभी तुम भीसदा औरों को संवारो नहीं!!!मधु तिवारी
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
Bahut sundar, Madhu ji..”.कभी खता कर लिया करो”…very nice…
thanks anu ji ……kl site me idhar dikkt thi……. to thik se post ni kr pai thi.
बहोत खूब………….
thanks sandilya ji……………
वाह क्या खूब कहा है आपने ,बहुत सुन्दर |
thanks vijay ji…………………
जीने का खूबसूरत अंदाज़ प्रस्तुत करती अच्छी रचना ………!!
thanks nivatiya ji……………….is kvita ko apni ek friend ke liye likhi hu…..bhut achhi sheli h hai meri wah……..
Bahut sunder rachna hamne kal padhi thi
thanks bindeswr ji …………..kl site me gadbadi thi sayd idhar thik se post nahi ho pa raha tha….sirshk aur kvita alag alag ho gya tha.
बेहद सुन्दर रचना …………..,
thanks meena ji …………………..
लाजवाब….मधुजी…. सिर्फ एक शंका दूर करना चाहता हूँ…. पहली पंक्ति “यूं ही सजधज के रहा करो” होनी चाहये या “यूं ही सजधज के न रहा करो” क्यूंकि आप पंक्ति यूं ही से शुरू कर रही…और ज़िन्दगी जीने की बात कर रही…गुज़ारने की नहीं….
thanks sharma sir……….दरअसल ये कविता मेरी उस सहेली के लिए है जो सदा ही अपनी family के लिए समर्पित सादगी या कुछ ज्यादा ही सादे ढंग से रहती है,उसे देख कर लगता है ये बस जिंदगी गुजार रही है।अभी हाल ही मे एक पार्टी मे उसे सजी धजी देख मुझे इतनी खुशी हुई कि मैं बत नहीं सकती। तो बस मेरे दिमाग मे कुछ पंक्तियाँ बन गई उसे ही कविता के रूप मे लिख दिया एक एक शब्द उसे ही समर्पित है………..मेरा कवि हृदय उसे हमेशा सजधज के रहने को कहता है…….. आप तो समझदार है…….. औऱ कवि भी……….हा हा हा हा…
सब समझ जायेंगे।
बेहद सुन्दर रचना …………..,
पहली पंक्ति के स्थान पर निम्न पंक्ति रखने पर एक खूबसूरत गजल बन जाती.
हिम्मत से रहो हारो नहीं
जो गए उन्हें पुकारो नहीं
thanks vijay ji……ये कविता जिसके लिए है वो बहुत हिम्मती है………बस उसे अपने ऊपर भी कुछ ध्यान देने को कहना इस कविता का उद्देश्य है…….वैसे इस सुन्दर सलाह के लिए शुक्रिया ……..मैं इन पंक्तियों को जरूर शामिल करूगी।
बहुत ही खूबसूरत रचना………. मधु जी……
thanks kajal ji…
……………..
bahut sundar
thanks arun ji………………………………
बेहद खूबसूरत
thanks mnoj ji……………………..
Bahut khoobsoorat Madhu Ji….Pahle comment nahin post ho paa rahe the
thanks sir……………… idhar network problem tha to thik se post nahi ho pa raha tha kai bar koshish ki sir.
jab saheli waali baat
aap ne bataa diya
to bhav aur bhi clear ho gaye
Very nice advice.
thanks…… ali ji …….
Shandar Shabd Chayan. ati sunder rachna
thanks sankhla ji
………….
utsahwardhan hetu…..