Homeजिगर मुरादाबादीदर्द बढ कर फुगाँ ना हो जाये दर्द बढ कर फुगाँ ना हो जाये विनय कुमार जिगर मुरादाबादी 26/03/2012 No Comments दर्द बढ़ कर फुगाँ1 ना हो जाये ये ज़मीं2 आसमाँ3 ना हो जाये दिल में डूबा हुआ जो नश्तर4 है मेरे दिल की ज़ुबाँ5 ना हो जाये दिल को ले लीजिए जो लेना हो फिर ये सौदा6 गराँ7 ना हो जाये आह8 कीजिए मगर लतीफ़-तरीन9 लब तक आकर धुआँ10 ना हो जाये Tweet Pin It Related Posts कहाँ से बढ़कर पहुँचे हैं तेरी खुशी से अगर गम में भी खुशी न हुई आँखों का था क़ुसूर न दिल का क़ुसूर था About The Author विनय कुमार Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.