दोहे – 2 विचलित मन को बांधिये जो है डगमाडोलजो हालत है देश की बन जायेगी ढ़ोल।तुलसी कबीर देखकर रखिये नीयत साफजग का जैसे हो भला गिरे न इसका ग्राफ।कलियुग में कल्याण से बच पायेंगे लोगबरबादी का अंत हो माया – ममता – लोभ।आधा जिनका ज्ञान है करते हरदम घातपूरा ज्ञान महाकाल करते हैं उत्पात ।शैतानी दीमाग का मत पूछो अपराधमर्जी उनकी ढौर है जैसे हो जल्लाध।ऐसे मन को राखिये विचलित कभी न होयप्रेम का रस पिलाइये दुर्जन के मन धोय।सत्य सनातन कर्म से बनिये निब्ठावानज्ञान योग व धर्म योग योग ही मुक्ति ज्ञान।खंजर तो एक अस्त्र है वस्त्र उसका म्यानयोद्धाओं के शान का रखे हरदम ध्यान।दिल का मिलना प्रेम है प्रेमी पूजा ज्ञानमन का मिलना धैर्य है दया धर्म सम्मान।बिन्देश्वर प्रसाद शर्मा – बिन्दु
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
Very nice ………….,
Thank you for your comments Meena jee……
MEENA JEE THANKS….
Lovely write Bindu Ji ………………
Babut bahut dil se aabhar Madhukar sir…….
SHISHIR SAHAB DIL SE AABHAR.
Bahut sundar rachna
Thanks manoj jee
.
Thank you majoj jee……
Sundar rachna…
Very very thanks Anu jee….
bahut bahut sukriya….. anu jee….
bahut sundar binduji….par dohon ka swaroop nahin ye…..
Disha nridesh ke liya bahut bahut dhanyavaad babu jee…….
Thanks for your best suggestion…..
Bahut hi bhaavpurn…………………….