मंजिल दूर है तो क्या हुआ ,रास्ता तय कर सकू ,वो इजाजत मिल जाये .
मेरे पीछे क्या हो रहा ,ये जरूरी नहीं ,आगे कुछ करना है ,ये इजाजत मिल जाये .
बदनाम कर लेना ये ,जमाना मुझे ,बस पहले एक बार नाम कमाने की इजाजत मिल जाये .
जहां को मतलब है ,किसी के सोने ,और जागने से ,बस इन आँखों को ,सपने देखने की इजाजत मिल जाये ..
जिंदगी ये उलझनों की पहेली है ,बस इस पहेली को .सवारने की इजाजत मिल जाये.
मंजिल नहीं भी है मेरे लायक ,तो क्या हुआ ,बस एक बार मुसाफिर बनने की,इजाजत मिल जाये …. बस एक बार ……
Anjali yadav
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
bhaav bahut sundar hain…par uljhi si parteet hoti iss rachna mein….taalmel mein…..
man ki ichchaon ko samaaj ke saamne prakat karti or umango ke bhaav darshaati sundar rachnaa Anjali….
Sundar rachna…
Nece expression…………………………
work is good …….pls. do some work to make accordance in poem.
anjali ji kya bat hai…………………….