ये रंग है तेरे मेरे प्यार के…मेरे संसार के…हर मौसम बहार के…ये रंग…खिलतें हैं जब तेरी हंसी की तरह…मन कस्तूरी महकता है मेरा…रोम रोम से निकलती फुहार से…भीग जाता है तन मन मेरा…खुलते हैं पट मेरी पलकों के जब…सतरंगी से उभर…तेरे अक्स जगमगाते हैं…यादों के क्षितिज पे…बेशक नहीं हो तुम साथ….जल, वायु, पृथ्वी, अग्नि ये आकाश…देते हैं हर पल मुझे…..तेरे होने का आभास….नहीं होते धुंधले कभी ये…न ही मटमैले होते हैं…ये रंग हैं प्यार के…मेरी चाह के…मेरे इंतज़ार के…ये रंग…..\/सी. एम्. शर्मा (बब्बू)
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
bhut hi sundar bhav ……………….bhut khoob likha sir apne.
तहदिल आभार आपका…Madhuji….
Behad sundar rachnaa Babbu Ji.
तहदिल आभार आपका…..Madhukarji….
प्यार के रंगों का सटीक विश्लेषण ……………अति सुन्दर बब्बू जी !
तहदिल आभार आपका…..Nivatiyaji……
Wahhhh kya baat hai……… आपके इंतजार के रंगों ने तो जादू कर दिया…….. !!
तहदिल आभार आपका…Kaajalji….जादू तो आप की प्रशंसा में है….हा हा हा….
Ghazab likha Hai Sir aapne.
तहदिल आभार आपका……Ajayji…..
Beautifully written Sharma ji.
तहदिल आभार आपका……Meenaji….
Bahut hi sundar …..Sharmaji….
तहदिल आभार आपका……Anuji……
बहुत सुंदर लिखा है आपने……….
तहदिल आभार आपका……Alkaji….