मेरा एक दोस्त कहता है ——कि वो कैसे तुझपे इतने सितम ढा सकती है, तुझे यूं रुलाकर खुद मुस्कुरा सकती है, कितना प्यार करता है तु उससे आज भी, और इतनी आसानी से वो तुझे भुला सकती है।तो मैंने कहा ——भूलना तो उसकी फितरत में नहीं था, मुझको छोड़ के जाना उसकी हसरत में नहीं था, फैसला ये उसका नहीं मनमर्जी खुदा की थी, क्यूंकि शायद उसका प्यार मेरी किस्मत में नहीं था।
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
achha swal jwab hai ajay ji…
…………
.
शुक्रिया मधु मैम।
nice work ajay ji………………….
shukriya Mani ji
बहुत खूबसूरत सुंदर और सकारात्मक सोच का उम्दा उदहारण ……………..अति उत्तम !!
thank you sir.
bahut badhiya…………..
शुक्रिया सर।
Beautifully said…………..
aapka bahut bahut aabhar.
Bahut khub…….. Very nice…..
thank you so much!