यदि जो चाहे, वो आसानी से मिल जाये lतो पत्थर रुपी भगवान यूँ पूजा ना जाये ll और यदि इंसान, जीवन में कुछ ना चाहे lतो इंसान, इंसान नहीं भगवान बन जाये ll
हर किसी की कोई ना कोई चाह होती है lक्योकि जहाँ चाह होती है वहीँ राह होती है llराह के मिलने से मंज़िले नज़र आ जाती है lमेहनत करने से हर चाह पूरी हो जाती है llचाह हो ऐसी, जो दूजे को भी ख़ुशी दे पाए lचाह की चाहत में ना गलत कदम उठाये llचाह हमें जिंदगी में आगे बढ़ना सिखाती है lचाह ना हो तो जिंदगी बोझिल हो जाती है llजरुरी है अपनी चाह को यूँ बरकरार रखो lएक बार ईश्वर को पाने की भी चाह रखो llईश्वर की चाह से हर चाह पूरी हो जाएगी lसच कहता हूँ मन की शांति मिल जाएगी ll—————–
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
Bahut umdaa jeevan me khush rahne kaa sar samente
धन्यवाद सर
Sakaartamk soch ko prstut karti achchi rachnaa !
कविता सराहने के लिये धन्यवाद
sahi kaha apne rajiv ji……………………
धन्यवाद मधु जी
Bahut sunder……..
Bahut hi achchhi rachna ……….
सुंदर….. राजीव भाई
ऐसे ही लिखते रहीये
बहुत…..बहुत…..