तैयार हो जाओ ….आया है मौसम चुनावी बरसात का,बरसाती मेंढक अब तैयार हो जाओचल निकलेगी अब तुम्हारी लाटरीथाम झोला छतरी तैयार हो जाओ !!जम के गरजेंगे नेताई काले बादलकृपा दृष्टि में भीगने तैयार हो जाओबरसेंगे, तन, मन, और धन से पूर्णमौक़ा परस्तो सजके तैयार हो जाओ !!क्या होगा तुम्हारी इस मातृभूमि कासर्वदा की तरह भूल, आगे बढ़ जाओक्या तुम्हारी आने वाली पीढ़ी भोगेगीबिना विचारे अंधे भक्त बन बढ़ जाओ !!नहीं सोचा तुमने आजतक इस बारे मेंव्यर्थ बहस में तुम उलझके रह जाओभोग विलासिता के रहे आदी सदा सेबस इसमें ही डूबकर तुम मर जाओ !!आया है मौसम चुनावी बरसात का,बरसाती मेंढक अब तैयार हो जाओ चल निकलेगी अब तुम्हारी लाटरी थाम झोला छतरी तैयार हो जाओ !!!!!डी. के. निवातिया _____!!!
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
Waahhhhhhhh……क्या कटाक्ष किया है आपने…..लालच में पड़ कर जो सही निर्णय नहीं लेते वो अपने संग आने वाली पीढ़ी का भी भविष्य खराब करते हैं….बेहतरीन….
Thank u Very Much BABBU JI.
Nivatiya ji ,बहुत सुन्दर और सम सामयिक रचना.
Thank u Very Much MEENA JI.
bilkul sty sir….ab to wo bhi dikhnge jo kabhi ghar se nikle hi nahi……..bahut sunder sir….
Thank u Very Much MANI.
bhut sahi kaha apne nivatiya sir ji……….
Thank u Very Much MADHU JI.
Very nice Nivatiya ji….
Thank u Very Much ANU JI.
Very effective sarcasm Nivatiya ji ……….
Thank u Very Much SHISHIR JI.
Bahut sunder SHABD BAAN………………….अगर सारे चुनाव एक साथ हों तो कम से कम चार साल मेढकों की टर्र टर्र नहीं सुननी पड़े.
Thank u Very Much VIJAY JI.