काश अगर ऐसा हो जाए,एक नया अधिनियम पास हो जाए,चौबीस घंटों के निश्चित अंतराल में,सबको अपने दुखों को बैंक में जमा कराना है,और इसके बदले में खुशियां लेकर जाना है,अच्छा कर्म आधार नंबर है,जिसको वहाँ दिखाना है,भ्रष्टाचार, छल कपट, अन्याय है काला धन,जिसने भी इसको अपनाया है,वो अबैध घोषित कर दिया जाएगा,और भारी जुर्माने के साथ साथ,वह कठोर दण्ड भी पायेगा,इस धरती पर सिर्फ और सिर्फ,ईमानदार, मेहनती, सच्चा इंसान ही,सुकूँ और सुख के साथ रह पाएगा।।By: Dr Swati Gupta
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कमाल की सोच है…..पर शतप्रतिशत ईमानदार कोई नहीं अगर परिभाषा पे जाएँ……सभी फंस गए….हा हा हा….एक रचना से 125 करोड़ निशाने ……..
????सही कहा सर आपने!!! That’s why did little change in my poem…अच्छा कर्म आधार नंबर है।
Lovely thoughts . I admire them Dr.Swati…….
Thanks lots n lots sir..
Nice positive thought….
Aapka bahut aabhar vivek ji
बहुत सुंदर रचना……………………..
Aapka bahut bahut dhanywad vijay ji
Very positive thinking