जब कोई घटना घटती,टीवी पे खबरें ज़िंदा रहती,आंदोलनों की हवा है बहती,धरने प्रदर्षन शुरू हो जाते,मुआवोजो की घोषणाये होती।कुछ ही दिनों में आखों पे पर्दा पड़ जाता,और फिरसे ये हम सबका भ्रम बन जाता।जब कोई घटना घटती,हम शोर बहुत मचाते है,दोषारोपन खूब करते है,योजनाए बन भी जाती है,अमल में कम ही आ पाती है।कुछ ही दिनों में आखों पे पर्दा पर जाता,और फिरसे ये हम सबका भ्रम बन जाता।जब कोई घटना घटती,हमें भी लगने लगता,इसबार तो हल निकलेगा।दिल को भी सुकून मिलता,फिर कही कुछ गलत न होगा।कुछ ही दिनों में आखों पे पर्दा पड़ जाता,और फिरसे ये हम सबका भ्रम बन जाता।काश हम अपनी आँखों से,पर्दा हटा ही रहने दे।हल जरूर निकलेगा तब,घटनाये याद रखेंगे जब। “अनु महेश्वरी”चेन्नई
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
Nice sarcasm Anu …….
Thank you, Shishirji…
बेहत उपयुक्त सलाह, सुंदर रचना.
Thank you, Vijayji…
वास्तविकता को ब्यान करती खूबसूरत अभिव्यक्ति !!
Thank you, Nivatiyaji…
यथार्थ के धरातल पे बहुत सुंदर………
Thank you, Sharmaji….
bahut hi uttam anu ji…………….
Thank you, Maniji….
Bahut hi badiya..Anu ji????
Thank you Swatiji……
बहुत सुन्दर…………………………….
Thank you, Manojji….