मेरे अपनों ने मेरे संग ये कैसा काम कर डाला मुझे रूसवा ज़माने भर में सरे शाम कर डालामुझे मालूम ना था मेरे घर में कई सर्प पलते हैउन्हे मौका मिला ज्यों ही मुझे तमाम कर डालालाख शक्ति थी रावण में राम से बैर करने कीविभीषण ने मगर हार का इन्तजाम कर डाला ज़माना भर यहाँ करता है श्री राम का गुणगान मगर सिय ने ही तो उनको भगवान कर डाला मिटकर भी जो करती है पति के मान की रक्षाउन देवियों ने सतियों में अपना नाम कर डालाशिशिर मधुकर
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बहुत लाजवाब हैं भाव……मुझे ग़ज़ल से ज्यादा रुबाई का कुछ कुछ अंदाज़ लग रहा यहाँ तक थोड़ी सी जो समझ है मुझे….ऊपर के दो शेर और अंतिम दो शेर एक बात को मुकम्मल करने की तरफ इशारा करते लगते हैं….
Dhanyavaad babbu ji. Krapyaa rubaai or gazal me fark spast karen
रुबाई यहाँ तक मुझे ज्ञात है उसे कहते जब एक बात एक शेर में पूरी न हो सके या एक बात दो शेर में मुकम्मल सी नज़र आती हो… यूं भी कह सकते की एक शेर दुसरे को इशारा कर रहा आगे ले जाने को जैसे दौड़ में batton पकड़ाते उस तरह से……. लेकिन ख़ास बात ये रुबाई की जो मुझे समझ आयी की वो सिर्फ शायरी में ही होती…
मुझे जो महसूस हुआ सिर्फ वही कहा….
Thank you so very much Babbu ji. Perhaps we need to understand it more to say it so with assertion. Isn’t it ?
आप बिलकुल सही कहते हैं….पर जब तक भावाभिव्यक्ति नहीं होगी तो मैं समझता हूँ की कहीं न कहीं कला की ही हानि होती है….मैंने कहा था की कुछ कुछ रुबाई जैसी लग रही है….आप के मन को ठेस पहुंचाना मेरा मकसद नहीं था…उसके लिए मैं माफ़ी चाहता हूँ….मैं अपने मन के विचार रखता हूँ ताकि और लोग भी सांझा करें जिस से मेरे ज्ञान में वृद्धि हो और मैं अपने में सुधार कर सकूं….
नज़्म में भी एक बात एक विचार आगे चलता है….पर उसमें सीमा नहीं हैं शब्दों की..पंक्तियों की वो किसी भी बहर में जा सकती हैं….कितनी भी….रुबाई सिर्फ शायरी का अंदाज़ है जो यहाँ तक मुझे लगता है दो शेर में रहता है…. हो सकता भारतीय छंद से प्रभावित हो के रुबाई का आगमन हुआ हो….
bahut hi uttam bhav aapke sir………………………………..
Thank you so very much Maninder for appreciation…….
Bahut Khoob…..
Hearty thanks Dr. Vivek……………………..
बेहतरीन लाजवाब शिशिर जी
Thank you so very much Manoj………….
Bahut sundar Shishirji…
Hearty thanks Anu Ji
बहुत सुन्दर रचना शिशिर जी .
Meena Ji a lot of thanks to you for your words.