जबसे मिले हो मुझको धड़कनें बन गये हो तुम…मेरी चैन ओ चाहतों में उर्वशी बन आते हो तुम….तस्वीर से निकल के ज़िन्दगी बन गये हो तुम…हाथों की लकीरों में तकदीर बन गये हो तुम…मेरी ज़िन्दगी थी बंजर इक बेसबब कहानी….है प्यार का अब गुलशन जब से मिले हो तुम…..तेरे हुस्न के सरूर से मौसम में है नशा सा…नैनों से पिलाके मुझे मदहोश कर गये हो तुम…दिल मेरा चहक रहा तेरी धड़कन सुन रहा है…खुशबू बन के साँसों में महक रहे हो तुम…ये क्या हो रहा है मुझे लगता मैं नहीं हूँ…देखूँ जब भी खुदको नज़र आते हो तुम…दिन रात तुम मेरे हो हर पल मेरे हो तुम…..सरगोशी साँसों की में रोम रोम सुनते हो तुम…थी ये बेसुरी कलम भी मेरे दिल की तरह खाली….आये हो जब से तुम ग़ज़ल बन गये हो तुम….”चन्दर” भी चमक रहा मोहब्बत तेरी का असर….मेरा वजूद तुम से है आफ़ताब मेरे हो तुम….\/सी. एम्. शर्मा (बब्बू)सरगोशी = फुसफुसाहटआफ़ताब = सूरज
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वाह क्या खुबसूरत शब्दों की माला गुथी है ,हर एक शेर वजनदार बब्बू जी ,आप पर हक़ जताते हुए आपकी शान में गुस्ताखी कर रहा हूँ उसके लिए क्षमा करे ……….मतले में `तुम` का दोहराव लय में बाधा कर रहा है, मध्य में भी एक दो शेरो में कुछ शब्दों के पर्याय प्रयोग कर व् कुछ अनावश्यक शब्दों के प्रयोग से बचा जा सकता है । आप मेरा इशारा बखूबी समझ रहे होंगे ……आप अवलोकन कर रचना को और अधिक सुस्स्ज्जित कर सकते है ।।
बहुत बहुत धन्यवाद ।।
बहुत बहुत आभार आपका निवतियां जी…..आप का पूरा हक़ है यकीनन…और गुस्ताखी करना भी हक़ है और जिसको सभी हक़ हों वहां क्षमा का सवाल आता ही नहीं…हा हा हा.. …… मैंने अपनी समझ के हिसाब से आपके भावों को पढ़ने की कोशिश करके कुछ बदलाव किया है….आप उसको नज़र करियेगा….
अति सुंदर सादर नमन एवं दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत बहुत आभार आपका….अभिषेक जी….
wah wah sir jade te koke……..tsui…..bale bale shawa shawa………………..bahut badiya sir……………..
हा हा हा….मनी जी….छा गए पंजाबी में तुस्सी…..बल्ले बल्ले करा दिति…..बहुत बहुत आभार……..
some couplets are good. babbu ji your level is missing.
बहुत बहुत आभार मधुकरजी…..कोशिश करूंगा आगे से बेहतर करने की……..
Kya Baat Hai……………
दिल से बहुत बहुत शुक्रिया……तनवीरजी….
Very beautiful…..
बहुत बहुत आभार आपका….
Wah Sir.. bahut hi badiya aur khoobsurat poetry????
बहुत बहुत आभार स्वातिजी….आपका….
बेहतरीन बब्बू जी
तहदिल आभार आपका….मनोज जी…..
अति सुन्दर रचना शर्मा जी .
मीनाजी…बहुत बहुत आभार……..
Nice poetry Babucmji….
बहुत बहुत आभार आपका अनुजी……