मुस्कुराते हो जब तुम मेरे दिल में फूल खिल उठते हैं..खिलखिलाते हो जब तो शहनाइयां सी बज उठती हैं…रहो तुम यूं ही मुस्कुराते खिलखिलाते ये दुआ है मेरी…के तुमको खुश देख मेरे दोनों जहां संवर जाते हैं….\/सी.एम्. शर्मा (बब्बू)
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
Last line alag pratit ho rahi hai…………… Bhhaw achha hai……
सविता जी …..बहुत बहुत आभार आपका…आगे से कोशिश रहेगी आपकी पसंद को तरजीह देने की….
जब तुम लिखते होतो पढ़ने वालों के भी मन प्रसन्न हो जाते है बब्बू जी अति सुन्दर
बहुत बहुत आभार आपका मनोज जी…..
very nice sir…………………………
मनिजी …..बहुत बहुत आभार….
Lovely sentiments Babbu ji. As observed by you I have made some changes in the laareb couplet of my ghazal. Hope now you will like it. I’ll wait for your response.
तहदिल आभार आपका मधुकरजी…..
अपने लिए तो सभी मांगे दूजे के लिए मांगे बड़े दिल वाले
हँसना रोना कर्मफल मनुष्य का, कोई आप सा मिले जाने !!
बहुत बहुत आभार आपका…….
अति सुंदर……………..
क्या बात है…………….. लाजवाब ………..
बहुत बहुत आभार आपका काजल जी……