Homeअज्ञात कविसोच सोच dheerajupadhyay83 अज्ञात कवि 23/09/2016 15 Comments सोचते थे हम तुम्हे सारी रात, तुम थे या था कोई हसीन ख्वाब नजर खुली तो थे हम अकेले,न थी तुम और न था तुम्हरा अहसास कैसे करूँ बयाँ अपना हाल ऐ दिल तुझसे,ऐ सनम तू है बेखबर मुझसे मेरी सोच से….. Tweet Pin It Related Posts खास रिश्ता – अनु महेश्वरी बस नही तो वो “ज़िंदगी” About The Author dheerajupadhyay83 15 Comments dheerajupadhyay83 23/09/2016 मेरी प्रथम रचना…. Reply विजय कुमार सिंह 23/09/2016 सुंदर भाव…………..बहुत खूब……………….. मेरी एक रचना आपकी नज़रों और बहुमूल्य प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में है “शराब (गजल)”. कृपया अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया दें. Reply dheerajupadhyay83 23/09/2016 जरूर धन्यवाद आपका Reply शीतलेश थुल 23/09/2016 आपका ख्वाब काफी हसीन है। बस यूँ ही सोचते रहिये। Reply dheerajupadhyay83 23/09/2016 धन्यबाद आपके प्रोतसाहन के लिए Reply Bindeshwar prasad sharma (bindu) 23/09/2016 DHIRAJ JEE PYAR KE BEECH SAPNO N KA ACHCHHA KHAYAL. Reply babucm 23/09/2016 बहुत खूब…….. Reply dheerajupadhyay83 23/09/2016 बहुत बहुत धन्यबाद.. Reply निवातियाँ डी. के. 23/09/2016 खूबसूरत भाव …………..!! Reply Kajalsoni 23/09/2016 बहुत सुंदर रचना……………… Reply dheerajupadhyay83 23/09/2016 धन्याबाद आपका बहुत आभार Reply Dr Swati Gupta 23/09/2016 Bahut khoob…. dheeraj ji Reply dheerajupadhyay83 23/09/2016 बहुत बहुत शुक्रिया आपका Reply अभिषेक शर्मा ""अभि"" 23/09/2016 सुन्दर आदरणीय………. Reply dheerajupadhyay83 23/09/2016 धन्यवाद जी ….. Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
मेरी प्रथम रचना….
सुंदर भाव…………..बहुत खूब………………..
मेरी एक रचना आपकी नज़रों और बहुमूल्य प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में है “शराब (गजल)”. कृपया अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया दें.
जरूर धन्यवाद आपका
आपका ख्वाब काफी हसीन है। बस यूँ ही सोचते रहिये।
धन्यबाद आपके प्रोतसाहन के लिए
DHIRAJ JEE PYAR KE BEECH SAPNO N KA ACHCHHA KHAYAL.
बहुत खूब……..
बहुत बहुत धन्यबाद..
खूबसूरत भाव …………..!!
बहुत सुंदर रचना………………
धन्याबाद आपका बहुत आभार
Bahut khoob…. dheeraj ji
बहुत बहुत शुक्रिया आपका
सुन्दर आदरणीय……….
धन्यवाद जी …..