शहजादी मेरी आयी है,
परीलोक से मेरे घर।
भोला सा चेहरा उसका,
मासूम सी मुस्कान है,
जिससे महक रहा,
मेरा प्यारा गुलिस्तां हैं।
शहजादी मेरी आयी है,
परीलोक से मेरे घर।।
नन्हीं सी बाँहों से उसने,
थामी मेरी बाँहें हैं,
ऐसा लगता है जैसे,
दुनियाभर की ख़ुशी
मेरे हाथों में हैं।
शहजादी मेरी आयी है,
परीलोक से मेरे घर।।
आँख़े भी मेरी ख़ुशी से,
नम हो जाती है,
गोदी में मेरी जब वो,
चैन की नींद पाती है।
शहजादी मेरी आयी है,
परीलोक से मेरे घर।।
खुशियों से जगमगाता रहे,
इसके जीवन का हर पल,
भगवान का आशीष रहे,
इसके हमेशा सिर पर।
शहजादी मेरी आयी है,
परी लोक से मेरे घर।।
By:Dr Swati Gupta
बहुत ही प्यारी……मनमोहक……अपनत्व का आभास कराती…..बहुत बहुत आशीर्वाद बेटी को….भगवान् हमेशा महक भर के रखे जीवन में…..
सुंदर पंक्तिया रचन वाह्ह्ह्ह
सुंदर रचना वाह्ह्ह्ह
Lots n lots of thanks..sir!!!
Thanks a lot sir for your blessings..
बहित ही प्यारी मनमोहक रचना
Thanks in bunch.. Sir..
Your tender love is visible Dr. Swati
Thanks a lot sir for your blessings.. lots n lots of thanks…sir!!!
Nice one…Thanks..
Thanks a lot sir
I read somewhere “One of the greatest gifts I’ve ever gotten is my daughter. “… आपकी परीलोक की शहजादी को मेरा ढेर सारा प्यार।
Thanks a lot..sir for your blessings
Thanks a lots n lots sir
प्यारी मनमोहक रचना. बहुत खूब.
Thanks in tons… Vijay ji
बेटियों का मान बढ़ाती हुई बहुत ही खूबसूरत रचना
स्वाति जी ।
Thanks in bunch.. kajal ji
बहुत खूबसूरत रचना
Thanks a lot.. dheeraj ji
यक़ीनन बिटिया शहज़ादी होती है …………… सदैव फल फूले आँगन को महकाती रहे !!.बहुत बेहतरीन स्वाति जी !!
Thanks lots n lots of thanks sir!!!
बहुत प्यारी रचना …, लोरी का आभास दिलाती…..,आपकी शहजादी के लिए हार्दिक शुभ कामनाएँ !!