लोग अक्सर पूछते है मुझसे कि प्रिंस भाई तुम किसी के जन्म दिन पार्टी(Birthday Party) में क्यो नही आते, यहा तक कि तुम खुद के जन्म दिन पार्टी में नही आते, ऐसा क्यो?
मैने कोशिश कि दो लाईन में समझाने की, कि-
घटती को बढ़ता कहय,
सुन दिया कबीरा रोय !!
कहने का अर्थ है कि दुनिया घटती उम्र को बढ़ता समझती है किसी का भी उम्र कभी बढ़ता नही अपितु कम होता है लेकिन हर कोई खुश होता है कि वो बड़ा हो रहा है और पार्टी करने लगता है!
हरे राम हो राम, दुनिया घटती उम्र को बढ़ता समझने लगी है इस बात को सुन कर कबीरदास जी के आँखो में आँसू आ गये!
अाज के वक्त में लोग दुख में खुशी और खुशी में दुख मनाते है!
अब आप ही बताईये क्या यह खुशी मनाने कि वजह है?