तुमसे है जीवन मेरा
तुमसे है सपना मेरा
कैसे तुमको भुला में दूँ
तुमसे है सिंदूर मेरा
तुमसे है ……………………..सिंदूर मेरा
तुम दीपक में बाती तेरी
तुम पतंग में डोर तेरी
कैसे तुमको छोड़ दूँ
तुमसे है अस्तित्व मेरा
तुमसे है ……………………..सिंदूर मेरा
मेरे दिल का गहना तू
प्यार का मेरा मौसम तू
तू ही नशा मेरी महफ़िल तू
तुझसे है अंगना मेरा
तुमसे है ……………………..सिंदूर मेरा
मेरा मजनूँ हीर तू
मेरी वफ़ा मेरा प्यार तू
मेरा पागलपन भी तू
तुमसे है हँसना मेरा
तुमसे है ……………………..सिंदूर मेरा
दिल का दर्द और गम तुम्हीं से
मौज भी मस्ती तुम्हीं से
नैनो का पानी भी तू
तुमसे है उड़ना मेरा
तुमसे है ……………………..सिंदूर मेरा
“मनोज कुमार”
बेहतरीन गीत मनोज जी……………………..
बहुत बहुत आभार सुरेन्द्र जी
बेहद खूबसूरत………..
बहुत बहुत धन्यवाद बब्बू जी
bahut sunder geet………………………
हार्दिक आभार मनी जी
बहुत खूब……………………………………अति सुंदर……………………..
गीत को सराहने के लिए धन्यवाद विजय जी
ह्रदय के भावो को बड़ी खूबसूरती से सजाया है आपने …………..अति सुन्दर मनोज …………!!
बहुत बहुत आभार निवातियाँ जी
बहुत ही सुंदर गीत मनोज जी………. 0
गीत पसंद करने के लिए धन्यवाद काजल जी
बहुत ही सुंदर गीत मनोज जी………