महावीर उत्तरांचली, उत्तराखंड / २४ जुलाई १९७१, दिल्ली
प्रकाशन : 1. आग का दरिया (ग़ज़ल संग्रह, २००९) अमृत प्रकाशन
2. तीन पीढ़ियां : तीन कथाकार (कथा संग्रह में प्रेमचंद, मोहन राकेश और महावीर उत्तरांचली की ४ — ४ कहानियां; संपादक : सुरंजन, २००७) मगध प्रकाशन से
3. आग यह बदलाव की (ग़ज़ल संग्रह, २०१३) उत्तरांचली साहित्य संस्थान
4. मन में नाचे मोर है (जनक छंद, २०१३) उत्तरांचली साहित्य संस्थान
संप्रति : उपसम्पादक : कथा संसार (त्रैमासिक) ग़ाज़ियाबाद से। साहित्य सहभागी : बुलंदप्रभा (त्रैमासिक) बुलंदशहर से।
निदेशक : उत्तरांचली साहित्य संस्थान
बहुत ही सुंदर रचना.
बिलकुल सही फरमाया……..अत्यंत सुंदर…….
एक और बेहतरीन गजल सर जी…………….