Homeस्मित परमारमुक्तक मुक्तक Hindiindia स्मित परमार 10/09/2016 1 Comment कोई कब तक प्यार करे, कोई कब तक प्यार में मरे संभाल के रखो इश्क की चादर ना कोई आग में जले पुकारता हूँ में उसे जीने-मरने की कश्मकश में मुझे मालूम है फिर भी वह मेरे दिल में मरे कवि: स्मित परमार आणंद गुजरात Tweet Pin It Related Posts पुरुष शायरी हमे पार्टी करनी है About The Author गटु Name:Smit Parmar Age:17 years Date of birth: 18 march 1999 Study: B.Sc in first year Live: Anand Gujarat One Response अभिषेक शर्मा ""अभि"" 11/09/2016 मुक्तक कैसे हुवा ये तुकांत देखे आप Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
मुक्तक कैसे हुवा ये तुकांत देखे आप