एक बात ये तुमसे कहनी है
एक बात ये तुमसे कहनी है
जो बात मैं कहना चाहता था
छावँ तले तेरे ममता के,
हर पल ही मैं रहना चाहता था
और कब तलक ये बात दिल ही में रहनी है
एक बात ये तुमसे कहनी है
माँ !!! एक बात ये तुमसे कहनी है
जन्म देके तूने एहसान किया
अच्छा सा मुझे एक नाम दिया
रौशन करूँगा नाम तेरा,
ऐसा होगा काम मेरा
जगह मेरी तो सदा, तेरे क़दमो में ही रहनी है
एक बात ये तुमसे कहनी है
माँ !!! एक बात ये तुमसे कहनी है
रोटी तेरे हाथों की
खाकर मैं जो बड़ा हुआ
जो भी हूँ मैं आज, तेरे कारण ही अपने पैरों पर खड़ा हुआ
खुशबू तेरे दामन की,
आज तलक मैंने पहनी है
एक बात ये तुमसे कहनी है
माँ !!! एक बात ये तुमसे कहनी है
रोता था जब बचपन में
तू आंसूं पोछ मुझे चुप कराती थी
चाहे मैं कहीं भी रहा, याद तेरी बहुत आती थी
दूर मुझे रहना नही तुझसे,
और कब तलक ये दूरी सहनी है
एक बात ये तुमसे कहनी है
माँ !!! एक बात ये तुमसे कहनी है
राहुल
मेरी वेबसाइट पर पढ़ें
सुंदर भाव………………
धन्यवाद अभिषेक जी….!
आप मेरी सारी रचनाएं मेरी वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं 🙂
kumarrahulblog
सुन्दर ,सरल भाव लिए बहुत अच्छी कविता ।
धन्यवाद बिमला जी….!
आप मेरी सारी रचनाएं मेरी वेबसाइट पर पढ़ सकती हैं 🙂kumarrahulblog
बहुत खूबसूरत ………!!
बहुत खूबसूरत………..
बहुत बढ़िया………………….
सुन्दर भावुक रचना ……………
बहुत भाई , अच्छा।