किस-किस का नाम लूँ मै
सभी इस दिल को प्यारे है ।
हीरा, पन्ना, कमल, गुलाब
एक से बढ़कर एक सितारे है ।।
कलम के जादूगर है सब,
जलवा रचनाओं में दिखता है।
दिल को हर लेने वाले जज्बात
यहाँ पर हर कोई लिखता है ।।
शब्दों में ब्यान नहीं कर सकता
यहाँ मै अपने दिल की बात ।
समझने वाले समझ ही जायेंगे
स्वत: मेरे ह्रदय के ख्यालात ।।
कितना अटूट निश्छल प्रेम
कितना सम्मान उनसे मिलता है ।
सजदे में आप सभी के
“धर्म” का मस्तक झुकता है ।।
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डी.के. निवातियाँ —[email protected]
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निवतियांजी….आप जादूगर हो…जाल बिछा दिया सब को लपेट लिए….वाह….लाजवाब….बेमिसाल… नमन आपको…. मुझे जो अभी सूझा तो आपकी रचना के भावों को समर्पित करके कहता हूँ… त्रूटियों को जैसे पहले नज़र अंदाज़ किया वैसे ही अब भी कर देना… हा हा हा ….अर्ज़ किया है…..
सब लोग दुआ में बैठे थे मैं भी उन संग जा बैठा…
किसी ने माँगा अपने को तो किसी ने खुदा मांग लिया…
मैं था मौजी नहीं पता था दुआ का सजदे का कुछ भी…
हाथ उठाया तो कलम के दोस्तों का जहाँ मांग लिया…
नहीं पता किसी और की सदा कबूल हुई के नहीं…
पर मुझको आप सब की महफिले-ज़ीनत नसीब हुई…
है चाह इतनी की दोस्तों की महफ़िल रोशन होती रहे…
कलम सब की देश संग उनके नाम रोशन करती रहे…
प्रतुत्तर में भाव से ओतप्रोत खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका !!
दूसरे कवियों के प्रति अपने प्रेम को बड़े सुन्दर शब्दों में आपने व्यक्त किया है.
शिशिर जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका !!
निवातियाँ जी अद्भुत…,अप्रतिम….., खूबसूरत….,
बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी !!
Beautiful,.,……,.,…
बहुत बहुत धन्यवाद विजय आपका !!
आप्जी यही भावना मुझे आपके इतने करीब लायी आदरणीय निवातिया जी। आपने जो अन्य ज्ञात अज्ञात कवि मित्रो को प्यार मोहब्बत दिया है वह कही और मिलना मुश्किल है। मेरा आपकी रचना पर सर झुकता है और आपके दिल में बसा रहू सदा ऐसी चाहत का दिया जलता है।
ह्रदय को छु लेने वाले आपके वचनों का अनेको धन्यवाद ….ईश्वर करे आपसी प्रेम भाव सदैव फलेफूले !! !!
निवातियाँ डी. के. धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ
शब्दों में ब्यान नहीं कर सकता
यहाँ मै अपने दिल की बात ।
समझने वाले समझ ही जायेंगे
स्वत: मेरे ह्रदय के ख्यालात ।।
आप के दिल की बात, हमारे दिल तक पहूँच गई है, श्री निवातियाँ जी…
बहुत ही सुंदर रचना, समझने वाले सचमुच समझ गए हैं…… बहुत-बहुत धन्यवाद….
आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया का तहदिल से आभार द्वे जी !!
कवियों के लिए आपका प्रेम सम्मानीय है निवातिया जी
बहुत खूब…….. बहुत सुंदर……… लाजवाब ……….. नमन आपको ।
बहुत बहुत शुक्रिया काजल ।।