जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है बार बार क्यू बतलाते हो
ऐसा कह कह कर खुद तुम इसे एक विवादित मुद्दा जतलाते हो
अगर ये अभिन्न अंग है तो अलगाववादीयो से ना कोई बात करो
ऐसे दुष्ट तत्वों के कलुषित जीवन की जल्दी से अंतिम रात करो
उस पार के आतंकी केंपो पर हवाई हमलो की बात तुम करते हो
पर हर घर में खुल्ले घूम रहे नागों के फन पर आघात ना करते हो
तुम्हारी इस कमजोरी को शातिर दुश्मन ने सत्तर वर्षों से जाना है
इसीलिए वो अपनी काली करतूतों से अब तक भी नही माना है
शिशिर मधुकर
अति सुन्दर आदरणीय
Thank you very much Abhishek
Bahut Khoob kaha hai
Thanks Uttam ji……..
अत्यंत खूबसूरत विचार शिशिर जी !!
Thanks for your valuable words Nivatiya ji
सही लिखा है आपने. हमे तो कश्मीर छोड़कर बलूचिस्तान, गिलगिट और सिंध में मानवाधिकार उलंघन और आजादी का मसला उठाना चाहिए. बहुत सुंदर……………………..
Thanks Vijay for your valuable words
बहुत सही…सटीक…लाजवाब……..
Hearty thanks Babbu ji
मधुकर जी आप हमेशा नये नये शीर्षक पर लिखते हैं।
हर पंक्ति लाजवाब होती है ।
शिक्षक दिवस पर हमे भी ज्ञान दे जाइये ।
सुंदर रचना…………………………….. ।
काजल जी आपकी अपनत्व भरी प्रतिक्रिया के लिए दिल से आभार . आपके सुझाव पर शिक्षक के लिए भी चार पंक्तियाँ लिखी हैं . गौर फरमाइएगा .