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14 Comments
babucm01/09/2016
हम तो शुरू से ही जैसे आप कहते वैसे देखने लगते…..आपकी कलम का जादू है….. पर हर किसी को आप निमंत्रण मत दो.. हा हा हा…. लाजवाब….सदैव की तरह से…….
हम तो शुरू से ही जैसे आप कहते वैसे देखने लगते…..आपकी कलम का जादू है….. पर हर किसी को आप निमंत्रण मत दो.. हा हा हा…. लाजवाब….सदैव की तरह से…….
सुंदर प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से आभार.
बहुत सुंदर…………..
आपकी सुंदर प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
bahut hi badiya sir…………………
सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद mani जी.
यह है सात्विक प्रेम की अनुभूति…………..सत्य वचन विजय !!
सुंदर प्रतिक्रिया के लिए आपका ह्रदय से आभार.
अति सुंदर आदरणाीय सादर नमन
सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अभिषेक जी.
Marvellous ………………………………..
Thank you very much.
क्या बात ! क्या बात ! क्या बात ! ………….बहुत ही बढ़िया विजय जी।
सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद शीतलेश जी.