दहकते हुए आग को इस तरह से आप मत देखो
यही तो इश्क है प्यारे अब रिक्स लेकर मत देखो।
क्योंकि जब तूफान आते हैं तो भंवर सामने होता है
कस्ती इस तरह डूबने लगती है मौत सामने होता है।
प्यार की बातंे कुछ मुलाकातें और कुछ यादों में रहते हैं
दिल की बातें दो दिल मिलकर दिल की बातें करते हैं।
जिंदगी वफा करना बेवफा से जिंदगी सफा मत करना
दिल की बातें दिल में रखकर और मुसिबत मत सहना।
क्योंकि इश्क करने वाले हैवान नहीं इंसान ही होते हैं
नदां अपने को मत समझ जिंदगी दो एक जान होते हैं।
अपने आप को इतना कम मत अंाको अहम भी न करो
उसी के बंदे हम प्यार ज्यादा नहीं तो कम भी मत करो।
इंसानियत से इंसान की पहचान होती है वही महान है
अपने आप को देखो और पूछो हम कहाॅ तक इंसान है।
इस फरेबी मुल्क में शैतान नकाब पहनकर घुमते हैं
बेईमान को अल्लाह रसूल और इमाम नहीं मिलतें हैं।
Writer Bindeshwar Prasad Sharma (Bindu)
D/O Birth 10.10.1963
Shivpuri jamuni chack Barh RS Patna (Bihar)
Pin Code 803214
बहुत सुन्दर…………
C M Sharma sahab bahut bahut dhanyabad..
बहुत खूबसूरत ………………!!
Very very thank you sir jee.
बहुत अच्छा………….
Thank you for your cooperation.
very nice sir……………..
Thank you for your reply.
सर आप बहुत बढ़िया लिखते है पर इस रचना में कथ्य के लिए आपने ज्यदा शब्द चयन किया है जिससे प्रवाह और मात्रा भार पर विपरीत असर पड़ा है
Sir jee aapne thik bataya hai main ispar dhyan de raha huan.