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हसीन बहारों में क्या वो मुलाकात थी
धडकने बडी इश्क की वो शुरूवात थी
चॉंद तारे भी करने लगे उनकी तारीफ़
जरूर कुछ तो अलग सी उसमे बात थी
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खत्म हुवा अन्धेरा अब तो चाँदनी रात है
बता ही दिया जो इस दिल के जज्बात है
इन नजरों में सजी जो उनकी है तस्वीर
दिल की आग बुझी ये इश्क़ की बरसात है
अभिषेक शर्मा अभि
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अभिषेक जी…. कमाल कर दिया….लाजवाब….बहुत बहुत खूबसूरत अलफ़ाज़.प्यार के………
हार्दिक आभार आरदणीय सादर वदंन
बहुत ही सुन्दर………….
हार्दिक आभार शीतलेश जी
बेहतरीन अभिषेक ……………
हार्दिक आभार आरदणीय सादर वदंन
बेहतरीन अल्फाजो से सजी धजी खुबसूरत रचना आदरणीय अभिषेक जी
हार्दिक आभार आरदणीय सुरेन्द्र जी सादर नमन
वाह वाह… अभिषेक जी….बहुत ही बढ़िया।।।
लाजवाब….बहुत बहुत खूबसूरत………………..
बहुत ही बढ़िया ………………………… अभिषेक !!
यादों की महकी गलियों से गुजरी है
उनके जुल्फों को छूकर गुजरी है
सरगम सी घुली है फ़िज़ाओं में आज कल
शायद ये धुन उनके होठों से गुजरी