एक एहसास हो तुम मेरे जज़्बातो का ,,,,
एक एहसास हो तुम मेरी चाहतो का ,,,,
एक एहसास हो तुम मेरी मीठी यादो का ,,,,
एक एहसास हो तुम तन्हाई में मेरे साथ का ,,,,
एक एहसास हो तुम मेरे कदमो के साथ कदम मिला के चलने का ,,,,
एक एहसास हो तुम मेरे सुबह के खव्वाबो का ,,,
एक एहसास हो तुम गर्मी में गिरती बरसात का ,,,,
एक एहसास हो तुम ठण्ड में जलती आग का,,,,,
एक एहसास हो तुम बारिश की उस सीली सीली ठंडी हवाओ का,,,,
एक एहसास हो तुम चाँद की शीतल चांदनी का ,,,,,
एक एहसास हो तुम फूलो से आती महक का ,,,,
एक एहसास हो तुम टूटते तारे से मांगी दुआओ का,,,,,
एक एहसास हो तुम दिल में धड़कती हर धड़कन का,,,,
एक एहसास हो तुम मेरे हर पल का,,,,मेरे हर लम्हे का,,,,
मेरी हर जीत का ,,,,,मेरी हर ख़ुशी का,,,,,
मेरे लिए एक दुआ हो तुम,,,,,मेरे लिए हर पल का साथ हो तुम,,,,
मेरी नई मंज़िल के हर सफर की शुरुआत हो तुम,,,,,
और हर मंज़िल पर मेरा पहला कदम हो तुम,,,,
सुबह की शुरुआत,,,,औए मेरे दिन का अंत हो तुम,,,,,
ढलती रात का साया हो तुम,,,,और सुबह के उगते सूरज का उजाला हो तुम ,,,,
मेरी हर सोच में हो तुम,,,,,और सिर्फ सोच में हो तुम,,,,
मैं जानता हूँ ज़िन्दगी के इस सफर में साथ तो हो,,,,,
पर बस एक एहसास बन कर,,,एक एहसास हो तुम,,,,एक एहसास हो तुम
बहुत खूबसूरत………
अति सुंदर दीवानगी भरी रचना
bahut hi sunder ahsaas apka……………..
aap sabka shukriya mujhe protsaahit karne ke liye