इस मंच से जुड़े सभी काबिल रचनाकारों के नाम-
****उड़ान भरने दो****
अपनी आगोश में ये आसमान भरने दो,
ये नये परिन्दे हैं,इन्हें उड़ान भरने दो l
ये जिन्दगी जीने का हुनर सीख जायेंगे,
ज़रा सब्र रखो,इन्हें ख्वाबों में जान भरने दो l
इनका हर हर्फ क़यामत तलक आबाद रहेगा,
शर्त है कि इनके मुंह में इनकी ज़ुबान भरने दो l
अभी तो चंद गज़ का फासला ही तय हुआ है,
अपने कदमों में इन्हें सारा जहान भरने दो l
मैं थक गया तो तेरे ही पहलू में गिरूंगा,
अभी पुरजोश हूं थोड़ी थकान भरने दो l
मैं छोड़ दूंगा शायरी,गज़लों से जूझना,
बस जो चोट है उसका निशान भरने दो ll
जुबान=भाषा/आवाज
All rights reserved.
-Er Anand Sagar Pandey
bahut hi umda…..shandar………………
तह-ए-दिल से शुक्रिया
Bahut bahut khoobsoorat…
तह-ए-दिल से शुक्रिया
Lovely write ……………..
तह-ए-दिल से शुक्रिया
Lovely write with good thought and feelings, congtrats
तह-ए-दिल से शुक्रिया
बहुत सुंदर गजल ……………………..
तह-ए-दिल से शुक्रिया
बहुत खूबसूरत अंदाजे-ऐ-ब्यान ……………अति सुन्दर आनंद !!
तह-ए-दिल से शुक्रिया
बहुत बहुत शुक्रिया!!
बहुत बहुत ही सुंदर……… बेहतरीन ।
बहुत बहुत शुक्रिया!!