Homeअंकुर शर्माखुदा जाने क्या होगा – शायरी खुदा जाने क्या होगा – शायरी Ankur swet अंकुर शर्मा 11/08/2016 No Comments किसी के लफ्ज़ सुनने को, ये दिल बेताब है इतना; जितना तुम्हें मयखाने जाने का शौक क्या होगा; एक बार देखा था उसे, तो महीना फलक पर गुज़ारा था; अब मुलाकात हो गयी तो, खुदा जाने क्या होगा। Tweet Pin It Related Posts जब रात अंधेरी हो बलमा छोड़ दिया शायरियाँ सुनाना शायरी – तमन्नायें About The Author Ankur swet Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.