शादी का रिश्ता होता है अनमोल,
चाहें कितने भी हों इसमें झोल,
किटकिट झिकझिक नोंक और झोंक,
लड़ाई झगड़ा फिर शादी करने का शोक,
फिर भी इस रिश्ते से जुड़ने का होता है सबको शौक,
शादी का रिश्ता होता है अनमोल,
चाहें कितने भी हों इसमें झोल।
कही डोर मियां के हाथों में,
कही बीवी के हाथों में डोर,
गाड़ी के दो पहिये जैसे,
बढ़ा रहे जिंदगी की रेल,
शादी का रिश्ता होता है अनमोल,
चाहें कितने भी हो इसमें झोल।
एक सिक्के के दो हैं पहलू,
एक के बिना नहीं दूजे की वैल्यू,
दोनों मिलकर सुलझा रहे हैं,
जिंदगी की हर मुश्किल पहेली,
शादी का रिश्ता होता है अनमोल,
चाहें कितने भी हो इसमें झोल।।
By:Dr Swati Gupta
हमेशा की तरह खूबसूरत भाव……….
Apka bahut bahut aabhar ….Sir!!??
bahut sunder rachna swati ji……………..
Thanks a lot…Mani ji??
ये तो बहुत ही सही कहा आपने ।
चाहे कुछ भी हो शादी तो करनी ही पड़ती है ।
बहुत अच्छी बात कही आपने ।
आपकी प्रतिक्रिया के लिए बहुत धन्यवाद।….काजलजी
“शादी का रिश्ता होता है अनमोल,
चाहें कितने भी हों इसमें झोल”,
अपनी भारतीय परम्परा में उपरोक्त एकदम सत्य है परंतु रिश्तों में hypocricy का भी कारण इसी में फसे रहना है चाहे वास्तविक प्रेम और श्रद्धा बचे या ना बचे.
आपकी प्रतिक्रिया के लिए आपका बहुत आभार…शिशिरजी।
सर…मैं आपकी बात से सहमत हूँ लेकिन मेरे विचार में 20% लोग इस रिश्ते में दबाब के कारण फंसे हैं और शादी को एक समझौता समझकर निभा रहे है। लेकिन 80% लोगों का यह रिश्ता प्यार और विश्वास पर टिका है।
खूबसूरत…………….
Thanks a lot… abhisek ji?
सत्य कहां आपने स्वाति …………..शादी का बंधन होता ही ऐसा है …….पुराने बुजुर्गी की प्रचलित कहावत है “शादी का लड्डू जो खाये पछताये, जो ना खाये पछताये” पूर्णतया सत्य है …………….इसमें झोल तो बहुत अपितु समाज का धोतक भी है !!
Apki pratikriya ke liye bahut bahut aabhar…sir.
Apka kathan poori tarah se satye hai…
Samaaj kafi हद tak responsible hai..
शादी का रिश्ता है बहुत अनमोल लेकिन जिसने जाना इसका मोल, बहुत ही प्यारा रिश्ता होता है बस निभाना आना चाहिए ………………………………. बहुत ही बढ़िया स्वाति जी !!
Apka bahut bahut dhanywad.
.sir…sahi baat hai sir…..jo isko acchhe se puri shraddha se nibha leta hai…usko shaadi ka kaafi meetha lagta hai.