अद्भुत वादियों के नज़ारों को देख
खो गयी थी मैं
ओढ़ के चाँद तारों की चादर
सो गयी थी मैं
देख लाली आसमानों की
विभोर हो गयी थी मैं
चिड़ियों के चहचहाने पर
मुग्ध हो गयी थी मैं
उड़ते उनको देख कर
सुबह का अहसास हुआ
कैसे भागता है समय
काल चक्र का आभास हुआ
चलता रहता है समय यूँ ही
कभी बरसात तो कभी हिम पात हुआ
सदियों से बस यही है कहानी
है कहीं सूखा,कहीं नदियाँ तूफानी
करिश्में अजब हैं कुदरत के
आता है बुढ़ापा जब जाती है जवानी
सूख जाती हैं नदियां भी
रहती नहीं हैं मौजें न उनमें रवानी
अजब ज़िन्दगी है गजब है कहानी
कुदरत के करिश्मे का क्या कहना,
उसकी चाहत पर ही है हमे रहना
दिन रात तो काल चक्र की निशानी
जीवन का हर रंग समय का गहना……
किरन जी आपकी अन्तिम पक्तियाँ जीवन के उस पड़ाव को सजीव किया जिसमे सचमुच कोई रवानी नही होती………..
बेहतरीन…………… आदरऩीय किरन जी……….
सुरेंद्र जी बहुत २ धन्यवाद , जीवन की हक़ीक़त यह ही है बचपन ,युवावस्था , बुढ़ापा ,इनसे बचना किसी के लिए भी नामुमकिन। है
बेहतरीन रचना किरण जी.
बहुत २ धन्यवाद। शिशिर जी
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति
क्रिशन जी बहुत २ धन्यवाद
बेहतरीन……वाह क्या बात है….ज़िन्दगी के पड़ाव और कुदरत का मेल……बेहतरीन………
बहुत २ धन्यवाद बाबू जी
शर्मा जी बहुत २ धन्यवाद
बहुत खूब कहा है आदरणीया !!
शानदार रचना !!
कविता की सराहना के लिए आनंद जी बहुत २ धन्यवाद
आनंद जी सराहना के लिए आभारी हूँ धन्यवाद
कवि के हृदय में भावनाओं के सम्प्रेषणीयता की जो अकुलाहट होती है उसे सही मायने में छंदमुक्त रचनाओं मे ही आश्रय मिल पाता है। नई कविता के मर्म को आपने बखूबी निभाया है। ढेरों बधाई आपको।
गुप्ता जी सराहना के लिए बहुत आभारी हूँ धन्यवाद
गुप्ता जी सराहना के लिए बहुत आभारी हूँ धन्यवाद
बहुत ही सुन्दर रचना किरण जी…………….सच्चे जीवन से रूबरू करवाती आपकी रचना
मानी जी बहुत २ धन्यवाद
बेहद खूबसूरत रचना मैम…………….
बेहतरीन रचना……………अजब ज़िन्दगी है गजब है कहानी, रहती नहीं हैं मौजें न उनमें रवानी………
विजय जी बहुत २धन्यवाद
बहुत ही खूबसूरत रचना आपकी ।
बेहतरीन – – – – – – – ! !
काजल जी सराहना के लिए बहुत आभारी हूँ धन्यवाद
अलका जी कविता सराहने के लिए हृदय से आभारी हूँ
किरन मैम
आपकी रचना पढ़कर न जाने क्यों काल गति पर आधारित अनेक अनछुए पहलुओं को फिर से छूने की अभिलाषा हुई।
आपको नमन!
अरुण जी बहुत २धन्यवाद ,ज़िंदगी में जिन रास्तों से हो कर गुज़रते हैं उन्ही को शब्द देने की छोटे सी कोशिश की है