ऐ मेरे नादान दिल ,
तु है क्यू इतना परेशान ।
खुशिया कम है ,
जिदंगी मे तेरे ,
और है बहुत अरमान ।
रो रो कर ,
ऑसु बहाता क्यु है ,
क्यू है इतना हैरान ।
ऑसुओ मे ख्वाब सभी बह जाते ,
न होता कुछ भी आसान ।
तू उससे मोहब्बत न कर ,
ऊँचे महलो मे ,
मोहब्बत नही,
होती है बस उनकी शान ।
यहाँ कई चेहरे है ,
एक शख्स के ,
तू है जिनसे अनजान ।
गम मे तो तेरे ,
भीड़ नही ,
पर देख ,
खुशिया मे मिलते है इंसान । ।
“काजल सोनी ”
बेहतरीन काजल जी. हर शब्द सत्य का दर्पण है
आपका बहुत बहुत धन्यवाद शिशिर जी ।
आपकी ख़ुशी में हर को शामिल होगा पर दुःख में कोई नहीं…………..ऊपर से गरीब तो बस ऊपर वाला ही मालिक……………..बहुत बढ़िया काजल जी……………..
तहे दिल से शुक्रिया आपका मनी जी ।
ओ हो!!
बहुत खूब !!
बहुत बहुत धन्यवाद आपका आनंद जी
अपने दिल को मनाने कि अच्छी प्रयास हैं
रचना पसंद करने के लिए धन्यवाद आपका ।
वाह….कमाल करती हैं आप…जब भी कलम चलाती हैं….लाजवाब…बेहतरीन….
यहाँ कई चेहरे है ,
एक शख्स के ,
तू है जिनसे अनजान ।
गम मे तो तेरे ,
भीड़ नही ,
पर देख ,
खुशिया मे मिलते है इंसान ।
क्या कहूँ इन लफ़्ज़ों पे….दिल को भेद के सीधा १०० पे…निशाना….
ये सब आपकी सुंदर प्रतिक्रियाओ का असर है।
जो थोड़ा बहुत अच्छा लिख पायी मै ।
बहुत बहुत आभार आपका सर्मा जी ।
पर आपने भी 100 दिया वो भी सीधा ।
कुछ नंबर काट लेते तो ज्यादा अच्छा लगता ।
Bahut hi behetrin kavita h aapki …….
रचना पसंद करने का बहुत बहुत धन्यवाद आपका पीयूष जी ।
MAN AUR DIL KI BYAKHYA KAGAJ AUR KALAM SE NAHI HO SAKTI, AAPNE ACHHA PRAYASH KIYA HAI THANK YOU
बहुत बहुत आभार आपका बिन्दु जी ।
दिल तो नादाँ ही होता है, अगर नहीं होता तो दिमाग की बात अवश्य मानता. बहुत सुंदर रचना.
विजय जी कोटी कोटी आभार आपका ।
शब्द नहीं मेरे पास काजल सोनी जी। नादाँ दिल को मनाने का बेहतरीन प्रयास।
इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया देने का दिल से धन्यवाद आपका शीतलेश जी ।
बहुत अच्छे काजल ……..आपकी मीमांसा योग्यता अद्भुत है !!
निवातिया जी उत्साहवर्धन प्रतिक्रिया देने के लिए कोटी कोटी धन्यवाद आपका ।
काजल जी आपने शब्दों से मोती पिरोया है……….. आकाश भर बधाई स्वीकार करें।
सुरेंद्र जी आपकी सुंदर और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया
का कोटी कोटी आभार ।
धन्यवाद आपका ।
लाजवाब …………………………. काजल जी !!
आपका कोटी कोटी आभार सर्वजीत जी ।
शुक्रिया !
काजल जी आपकी रचना की मासूमियत इसकी सबसे बड़ी विशिष्टता है। अच्छी रचना पर बधाई स्वीकार करें।
अरुण जी सुंदर प्रतिक्रिया देने का बहुत बहुत शुक्रिया ।
सुंदर भाव हैं पर ज़िंदगी में मायूसी का क्या काम ,सदा ख़ुश रहें
किरण जी जिदंगी के दो पहलू होते है ।
खुशी और गम , गम महसूस न होने पर खुशी का पुरा अहसास नही आता ।
जिदंगी के लिए दोनो ही जरूरी है ।
रचना पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका ।
ऐसे ही प्रतिक्रिया देते रहे ।