Homeकमल जोशीकमल की कलम भाग 8 कमल की कलम भाग 8 K K JOSHI कमल जोशी 28/07/2016 6 Comments आईने के तस्सवुर में इश्क की तस्वीर नहीँ होती है अफ़सानों में नहीँ हकीक़त तो अंजुमन में बयां होती है मोहब्बत की परख तो पैगामों से ही मज़बूत होती है वीरानों में तो अक्सर खुद से ही बातें हो जाया करती है॥ ……. कमल जोशी……. Tweet Pin It Related Posts साहित्य का प्रायश्चित तेरे लिये नूतन वर्ष मंगलमय About The Author K K JOSHI 6 Comments Shishir "Madhukar" 28/07/2016 बेहद खूबसूरत ………………. Reply अभिषेक शर्मा ""अभि"" 28/07/2016 वाहहहहह।बहुत ही सुंदर नमन विजय जी Reply अभिषेक शर्मा ""अभि"" 28/07/2016 sory जोशी जी बहुत खुब Reply रामबली गुप्ता 28/07/2016 वाह वाह ………..बहुत खूब Reply C.m.sharma(babbu) 28/07/2016 Waah…..ek or kamaal…… Reply सुरेन्द्र नाथ सिंह कुशक्षत्रप 28/07/2016 बढ़िया……….. Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
बेहद खूबसूरत ……………….
वाहहहहह।बहुत ही सुंदर नमन विजय जी
sory जोशी जी बहुत खुब
वाह वाह ………..बहुत खूब
Waah…..ek or kamaal……
बढ़िया………..