वक्त ने सिखलाया है कि अब तुम्हें ही प्यार दूॅ
क्यों न ये जिन्दगी साथ.साथ रहकर गुजार दूॅ।
इश्क़ का पैगाम लिए कब तक घूमते रहेंगे हम
क्यों न इस जिन्दगी से एक और जिन्दगी संवार दूॅ।
करके शरारत न किसी का अब हम दिल दुखायेंगे
खाई है मैंने कसमें कि अपनी भी किस्मत सुधार दूॅ।
हलचल बैचैनी जैसे शब्दों को अब बीच में न लायेंगे
तमन्ना है अब अपने उजड़े से चमन को निखार दूॅ।
बी पी शर्मा बिन्दु
Writer Bindeshwar Prasad Sharma (Bindu)
D/O Birth 10.10.1963
Shivpuri jamuni chack Barh RS Patna (Bihar)
Pin Code 803214
बिंदुजी….कमाल की रचना है…..एक शेर और जोड़ देते तो ग़ज़ल का मजा आ जाता…हाँ हिंदी तो आपकी आगे से आगे बहुत बढ़िया हो गयी….टाइपिंग की मिस्टेक हैं… मैं आपकी रचना दोबारा से लिख रहा हूँ…सिर्फ हिंदी यहाँ मिस्टेक उसको चेंज कर के….
वक्त ने सिखलाया है कि अब तुम्हें ही प्यार दूॅ
क्यों न ये जिन्दगी साथ.साथ रहकर गुजार दूॅ।
इश्क़ का पैगाम लिए कब तक घूमते रहेंगे हम
क्यों न इस जिन्दगी से एक और जिन्दगी संवार दूॅ।
करके शरारत न किसी का अब हम दिल दुखायेंगे
खाई है मैंने कसमें कि अपनी भी किस्मत सुधार दूॅ।
हलचल बैचैनी जैसे शब्दों को अब बीच में न लायेंगे
तमन्ना है अब अपने उजड़े से चमन को निखार दूॅ।
Sir – Aapki sujhaw hamen bahut hi achha lagta hai , ishshe bahut kuch sikhne ko mil jati hai. thank you.
badiya sir…………………
Mani jee very very thank you for your comments.
बहुत खूबसूरती से लिखा है आपने बिन्दु जी ।
Kajalsoni jee – aapki amulya pratikriya ke liye bahut dhanyabad.
बहुत खूब ……………………
Bijay sahab aapki pratikriya ke liye hardik dil se namastey
बहुत ही सुंदर और अनमोल
बब्बू जी की परखी नजर को सलाम!
Aapki pratikriya ke liye hriday se namaskar.
बिंदु जी के बहुत खूबसूरत मनोभाव ………उस पर बब्बू जी की सराहनीय सुझाव ……..सोने पे सुहागा !!
D K Sahab main babbu jee ke har sujhaw ko bada chaw se amal karata huan. thank you sir aapke badhai ke liye.
आत्मावलोकन से भरपूर सुन्दर रचना
Surendra nath jee – aapki tarif aur babbu ji ka khyal main tahe dil se karata huan, har sujhav hamare liey aamulya hai.- thank you.