जम कर निभाते हैं दुश्मनी, पीने वाले ख़ुद-ज़िंदगी से,
तभी तो, मिसाले यार होता है साक़ी, शराबख़ाने में..!
जम कर = दृढ़तापूर्वक;
मिसाले यार = सब से श्रेष्ठ दोस्त;
साक़ी = शराब पीलाने वाला;
जम कर निभाते हैं दुश्मनी, पीने वाले ख़ुद-ज़िंदगी से,
तभी तो, मिसाले यार होता है साक़ी, शराबख़ाने में..!
जम कर = दृढ़तापूर्वक;
मिसाले यार = सब से श्रेष्ठ दोस्त;
साक़ी = शराब पीलाने वाला;
behtarin ……lajawab sir……
बहुत-बहुत धन्यवाद श्री मनी जी…
बहुत खूब…………………………..
बहुत-बहुत धन्यवाद श्री विजय कुमार सिंह जी…
भाई बहुत सुन्दर ……
बहुत-बहुत धन्यवाद श्री शिशिर सर जी…
वाह क्या बात है….सदैव की तरह….अलग अंदाज़ में…..
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी…
एक और बेहतरीन शेर………….!
बहुत-बहुत धन्यवाद श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह जी…
very beautiful …………..
बहुत-बहुत धन्यवाद श्री निवातियाँ सर जी…
जिस अंदाज़ में आप लड़ियों को पिरो देते हैं
सच में दिल जीत लेते हैं
बहुत-बहुत धन्यवाद श्री डॉ. साहब, आप का अंदाज़ भी बहुत निराला है..धन्यवाद ।