तुम प्यारे कलाम चले गए ! ….श्रद्धा सुमन !!
बच्चो का प्यारा,
सारे जहां का दुलारा
भारत माता की
आँखों का तारा !
रोशन था जिसके दम पे मेरा देश
लुप्त हुआ वो नायाब सितारा !!
ब्रह्माण्ड जिसके कदमो में था
फिर भी पैर उसका जमीं पे था
कल जिसने अखबार बेचा था
आज वही अखबारों में छाया था !!
बिताया जीवन जिसने गरीबी में
दिये के उजाले में खुद को तराशा !
जला के करोडो दिलो में चिराग
दुनिया को दे चला जीने की आशा !!
आम इंसान नही वो
कुदरत का भेजा फरिश्ता था !
इस धरा के हर प्राणी से
वो महापुरुष रखता दिल का रिश्ता था !!
नम हुए है नयन आज
तुम प्यारे कलाम चले गए !
दे दुनिया को नयी दिशा
तुम सदा सदा के लिए चले गए !!
डी. के. निवातियाँ !!
निश्चित रूप से कलाम सच्चे अर्थो में एक भारतीय थे! क्या बच्चे, क्या युवा सभी को उन्होंने उच सोचने और सपनों को साकार करने का मूल मन्त्र दिया। आपकी रचना के माध्यम से मै भी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ!
सत्य कहा आपने सुरेंद्र ऐसी महान विभूति को शत शत नमन !!
बहुत ही बेहतरीन अल्फ़ाज़ों से आपने हरदिल अज़ीज़ आदरणीय कलाम साहब को श्रधांजलि दी है….सच्चे इंसान…देशभक्त हर समय होते हैं….उनका जीवन उधारण है हम सब के लिए….हर कठिनाई से उभरने का नाम…हर काम देश को समर्पण भाव से करने का नाम है….अब्दुल कलाम…मेरा सलाम…..
सत्य कहा आपने बब्बू जी ऐसी महान विभूति को बारम्बार शत शत नमन !!
Lovely tribute Nivatiya ji ……….
Thank you very Much Shishir ji
bahut badiya nivatiya ji…………………………
बहुत बहुत धन्यवाद मनी
बहुत खूब सर……………….मिसाइल मैन को नमन. उनका जीवन ही प्रेरणा का स्त्रोत है.
सत्य कहा आपने विजय ऐसी महान विभूति को शत शत नमन
निवितिया जी बहुत ही सुंदर शब्दो के माध्यम से आपने कलम साहब को श्रधांजलि अर्पित की है l रचना लाजवाब है
बहुत बहुत धन्यवाद राजीव आपका !!
वाह, अतीव सुन्दर, सार्थक निवितिया जी
बहुत बहुत धन्यवाद अभिषेक !!
बहुत सुंदर रचना वाह बहुत खूब
बहुत बहुत धन्यवाद दुष्यंत !!
बहुत सुन्दर व भावभीनी रचना निवातियाँ जी !!
बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी !!
बहुत ही खूबसूरत शब्दों में एक महान इंसान को श्रद्धांजलि के सुमन अर्पित किये हैं आपने ……………………………….. बहुत ही बढ़िया निवतियां जी !!
सराहना के लिये हृदय से आभार सर्वजीत जी ।
कलाम जी को समर्पित आपकी रचना को मेरा नमन ।
बहुत बहुत धन्यवाद काजल ।।
अति सुदंर रचना निवातियाँ जी , एक महान इंसान को सच्ची श्रद्धांजलि ।
बहुत बहुत धन्यवाद राजीव जी ।।
देश भक्त ऐसा खुलेआम माँगता है
हिन्द आज फ़िर से कलाम माँगता है
रूह में समा गयी आपकीसुंदर पंक्तियाँ
आपके दमदार प्रतिवचन का तहदिल से शुक्रिया ….।।