दिलभर
मोहब्बत कर के जाना ये हमने
कि मोहब्बत भी क्या चीज़ है
चाहे लाख दर्द दे दे ये दुनिया
जो हंस हंस के सह ले ज़िंदगी क्या चीज़ है
हालात चाहे कितना भी तड़पायें
वक़्त चाहे कैसे भी गुज़ारें
पर मज़े में कट जाती है ज़िन्दगी
मोहब्बत में इक दिलभर के सहारे
शायर : सर्वजीत सिंह
[email protected]
बेहतरीन …………………….
बहुत बहुत आभार …………………….. मधुकर जी !!
बहुत खूबसुरत ………।।।
बहुत बहुत आभार …………………….. निवातियाँ जी !!
लाजवाब ……एक और…..
तहे दिल से शुक्रिया ………………… शर्मा जी !!
बहुत ही उम्दा…………………..
बहुत बहुत आभार …………………….. मनी !!
बेहतरीन …………………….
बहुत बहुत आभार …………………….. विजय जी !!
बहुत सही कहा आपने *********
बहुत बहुत आभार …………………….. काजल जी !!