कभी जो झुका नहीं
दुश्मन से डरा नहीं
नाम का आजाद था
काम से आजाद था
भारत माँ का पुजारी
जिसके लिए जान वारी
गोरो की नाक में किया था दम
आजाद नाम से जाती साँसे थम
चतुर चालाक था
बुद्धि का नहीं कोई सानी
योजना बनाने में
जाना जाता महा ज्ञानी
जब तक जिया
अंग्रेजो का खून पिया
आजादी की मूंछो को
उसमे कभी न झुकने दिया
भारत माता का था ऐसा सच्चा भक्त
जिसके दम मिला आजादी का तख़्त
उस आजाद को
नमन करते है
उनके जन्मदिन पर
श्रद्धासुमन अर्पित करते है !!
जय हिन्द !!
जय भारत !!
बहुत बढ़िया निवातियाँ जी………..मेरी तरफ से भी नमन ऐसे वीर देश भक्त को
तहदिल से शुक्रिया मनी…………………!!
महान देशभक्त को भावात्मक श्रद्धान्जली ! अत्यन्त सुन्दर रचना !
धन्यवाद मीना जी……………!
Beautiful tribute …………
धन्यवाद शिशिर जी……………!
चन्द्र शेखर आज़ाद जी को मेरा पुनः नमन…………बहुत खूबसूरत रचना …………..
जय हिन्द !!
जय भारत !!
बहुत बहुत धन्यवाद विजय आपका……… ।।
बहुत बहुत नमन ….और इस आजाद देशप्रेमी को बहुत ख़ूबसूरत श्रद्धा सुमन अर्पित करती रचना को नमन….
बहुत बहुत धन्यवाद बब्बू जी ।।
आजाद जी और आजाद जी को समर्पित आपकी रचना को मेरा नमन ।
शुक्रिया काजल आपका…… ।।
आजाद हैं हिन्द औऱ आजाद रहेगा देश मेरा जिन्दाबाद रहेगा
उदात्त चित्रण जै हिन्द जै भारत
बहुत धन्यवाद आपका डॉ सिहं आपका ।।
आजादी के हवन कुण्ड में अपने जान की आहुति देने वाले अमर शहीद चन्द्रशेखर पर लिखी आपकी रचना यकीनन एक श्रधान्जली होंगी!
आपके शब्दों में मै अपने भी शब्द जोड़ता हूँ!
बहुत बहुत धन्यवाद सुरेन्द्र आपका….!!
आज़ादी के ऐसे वीरों को शत शत नमन …………………………………………. बहुत ही खूब निवातियाँ जी !!
बहुत बहुत शुक्रिया सर्वजीत जी ।