Homeसोनित बोपचेआफत-ए-जिगर आफत-ए-जिगर सोनित सोनित बोपचे 23/07/2016 16 Comments जहाँ में आफतें सौ और इक आफत जिगर में है… . . . . . . . . मगर सौ झेलना आसां यहाँ इक झेलना मुश्किल… – सोनित Tweet Pin It Related Posts चल अम्बर अम्बर हो लें.. वो खुदा को इस जहाँ में देखता है ये वो कली है जो अब मुरझाने लगी है.. About The Author सोनित 16 Comments सुरेन्द्र नाथ सिंह कुशक्षत्रप 23/07/2016 जिगर की आफत यकीनन झेलना कठिन होता है सोनित जी। दिल पर अगर चोट लग जाये तो उम्र भर घाव नाही भरता। बहुत खूब! Reply सोनित 23/07/2016 shi kaha surendra ji. dhanyvaad. Reply babucm 23/07/2016 इस आफत का कोई इलाज नहीं ये जानते हुए भी आफत लेते हैं सब…..है ना भाई…..बहुत खूब……. Reply सोनित 23/07/2016 haha.. dhanyvaad sir. Reply Shishir "Madhukar" 23/07/2016 Terse and penetrating Reply सोनित 23/07/2016 thank u sir………… Reply mani 23/07/2016 bahut badiya sonit ji……… Reply सोनित 23/07/2016 shukriya mani ji……………… Reply Kajalsoni 23/07/2016 सोनित जी बहुत खूब । Reply सोनित 23/07/2016 shukriya kajal ji………. Reply विजय कुमार सिंह 23/07/2016 sonit जी हार्ट अटैक मत कराइए. दो पंक्तियों में बहुत गहरी बात कही है आपने……….बहुत सुन्दर……… Reply सोनित 23/07/2016 dhanyvaad sir……………. Reply निवातियाँ डी. के. 23/07/2016 बस इतना कहूंगा सोनित दिल की लगी को समझे जो आफत प्रेम का उसमे वास नहीं! ये उलझन तो खुदा की खुदाई है बन्दे इस बिन जीना ख़ास नहीं !! Reply सोनित 23/07/2016 सच कहा आपने सर…………..आपकी स्पष्टवादिता से मैं अत्यन्त प्रभावित हूँ. ऐसे ही हमें अपनी छत्रछाया में सिखाते चलें. बहुत बहुत आभार. Reply Dr Chhote Lal Singh 23/07/2016 जबरदस्त है ……. Reply सोनित 23/07/2016 धन्यवाद छोटेलाल जी…………… Reply Leave a Reply to mani Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
जिगर की आफत यकीनन झेलना कठिन होता है सोनित जी। दिल पर अगर चोट लग जाये तो उम्र भर घाव नाही भरता।
बहुत खूब!
shi kaha surendra ji. dhanyvaad.
इस आफत का कोई इलाज नहीं ये जानते हुए भी आफत लेते हैं सब…..है ना भाई…..बहुत खूब…….
haha.. dhanyvaad sir.
Terse and penetrating
thank u sir…………
bahut badiya sonit ji………
shukriya mani ji………………
सोनित जी बहुत खूब ।
shukriya kajal ji……….
sonit जी हार्ट अटैक मत कराइए. दो पंक्तियों में बहुत गहरी बात कही है आपने……….बहुत सुन्दर………
dhanyvaad sir…………….
बस इतना कहूंगा सोनित
दिल की लगी को समझे जो आफत
प्रेम का उसमे वास नहीं!
ये उलझन तो खुदा की खुदाई है बन्दे
इस बिन जीना ख़ास नहीं !!
सच कहा आपने सर…………..आपकी स्पष्टवादिता से मैं अत्यन्त प्रभावित हूँ. ऐसे ही हमें अपनी छत्रछाया में सिखाते चलें. बहुत बहुत आभार.
जबरदस्त है …….
धन्यवाद छोटेलाल जी……………