अजन्मा समय
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एक एक करके
अभिलाषाएँ जन्म लेती गईं
एक एक करके
अभिलाषाएँ मरती चली गईं
अपनी मौत मर न पाईं,
जो अभिलाषाएँ
एक एक करके
आत्मघात करती चली गईं
बेरहमी से
मार दिया गया
उन शेष अभिलाषाओं को
जो अपनी मौत मर न पार्इं
या आत्मघात कर न पार्इं
वक्त के साथ नहीं रह पाईं
वे तमाम अभिलाषाएँ,
जिनकी हठ थी
कयामत का दिन देखने की
अभिलाषाओं का आना-जाना
कुछ और नहीं
बस अंत हुआ करता है
एक अजन्मे समय का ….ǃ
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-गुमनाम कवि (हिसार)
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Abhilasao ke bare me kya khub likha aapne .
हार्दिक आभार संग नमन ǃ
Bahut hi badhiya dhang se abhilasha ke vibhinn aayamo ko likha hai aapne!
उत्साहवर्धन हेतु हार्दिक आभार संग नमन !
बेहतरीन. गहराई युक्त जीवन सार.
हार्दिक आभार संग सादर नमन ǃ