एक भागा – भागा आया था
एक दौड़ा – दौड़ा भाग गया
एक इधर गया एक उधर गया।
वह गहरी नींद में सोया था
वह जाग गया और भाग गया
एक इधर गया एक उधर गया।
एक पुलिस बना एक चोर बना
एक निर्दयी एक कठोर बना
एक लौट आया एक चला गया
वह दौड़ा – दौड़ा भाग गया
एक इधर गया एक उधर गया।
एक लूट लिया एक घूस लिया
दोनों ने ही दारू खूब पिया
वह हमदम बनकर आया था
जो लूट लिया और चला गया
एक इधर गया एक उधर गया।
दुनिया ही बड़ी ये जालिम है
यहाॅ हर मरदग।र ही हाकिम है
वह बंदर लेकर आया था
और हाथी लेकर चला गया
एक इधर गया एक उधर गया।
कोई खूब भलाई करता है
कोई दूध मलाई कसता है
वह मुॅह दिखाने आया था
और आॅख दिखाकर चला गया
एक इधर गया एक उधर गया।
बी पी शर्मा बिन्दु
Writer Bindeshwar Prasad Sharma (Bindu)
D/O Birth 10.10.1963
Shivpuri jamuni chack Barh RS Patna (Bihar)
Pin Code 803214
सुंदर कटाक्ष किया है आपने………………………
Bijay jee aapke prem bhare sabdo ka main awlokan karata huan.
Dhanyabad.
lovely…………………….
D K Sahab main aapka bahut bahut sukra gujar huan.
very thank you sir.
वाह क्या बात है कटाक्ष के अंदाज़ की…..
Prasansa ke liye bahut dhanyabad sir jee.
बहुत सुन्दर रचना बिन्दु जी !
Meen jee – bahut bahut sukriya.
चोर सिपाही, मजा आ गया पढकर…….लाजबाब!
यूँही व्यंग कसते रहें
Bahut- bahut dhanyabad sir jee.