सुन्दर रूप इस धरा का,
आँचल जिसका नीला आकाश,
पर्वत जिसका ऊँचा मस्तक,
उस पर चाँद सूरज की बिंदियों का ताज
नदियों-झरनो से छलकता यौवन
सतरंगी पुष्प-लताओं ने किया श्रृंगार
खेत-खलिहानों में लहलाती फसले
बिखराती मंद-मंद मुस्कान
हाँ, यही तो हैं,……
इस प्रकृति का स्वछंद स्वरुप
प्रफुल्लित जीवन का निष्छल सार II
—-:: डी. के. निवतियाँ ::—-
निवातियाँ जी आपको सादर प्रणाम ! आपने प्रकृति की सुंदरता का बहुत ही मनभावन चित्रण किया है सच ये सब हमारे प्यारे भारत में ही देखते को मिलता है l अति सुंदर रचना l
अभिवादन राजीव जी ………बहुत बहुत धन्यवाद आपका !!
नमस्कार निवातियाँ जी बड़े दिनों के बाद……………..बहुत बढ़िया रचना आपकी प्रकृति का चित्रण करती बहुत बढ़िया
अभिवादन मनी ………व्यस्तता के कारण आप लोगो से मुखातिब नहीं हो सका…………. बहुत बहुत धन्यवाद आपका !!
सुस्वागतम…………………..लम्बे अंतराल पर आपका आगमन हुआ है………….यह भी तो है प्रफुल्लित जीवन का निष्छल सार II
आपके निष्छल प्रेम का ह्रदय से अभिनंदन ……….बहुत बहुत धन्यवाद आपका विजय !!
डी के निवातियाँ जी सादर प्रणाम। कुछ अन्तराल के बाद आप एक शानदार रचना से हमे अनुग्रहित किये, अच्छा लगा। प्रकृति के निश्चल स्वरुप का इतने मधुर शब्दों में वर्णन साहित्यिक शब्दावली के साथ बहुत अच्छा लगा।
सर विगत दिनों कुछ रचनाये आपके आशीर्वाद की प्रतीक्षा में है, आप अपने बहुमूल्य सुझाव से हमें सिचिंत करें।
अवश्य सुरेन्द्र ……..आप सभी कविजनो के भावो से उपजे शब्दों का रसास्वादन कर आनन्दानुभूति अजि॔त करने के लिए हम सदैव लालायित रहते है ! !!
हार्दिक अभिवादन सुरेन्द्र …………व्यस्तता के कारण आप सभी कविजनो की रचनाओं और स्नेहिल वचनो के रसास्वादन से वंचित रहा ……….आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया के लिए ह्रदय से आभार !!
प्रकृति का बेहद सुंदर चित्रण ……………………………………… बहुत ही बढ़िया निवातियाँ जी !!
आपके मूल्यवान वचनो का ह्रदय से अभिनन्दन सर्वजीत जी ।।
बेहतरीन भाव ……………………………
शुक्रिया शिशिर जी !!
सुस्वागतम….स्वागत….जी आयां नू(पंजाबी) ….वणक्कम(साउथ) …. इसके इलावा और नहीं कुछ आता… हा हा हा….प्रकीर्ति की मनोरम छटा के बिखरने से जो सुखद अनभूति हुई आपकी रचना से…पता चल गया आप आ गए……लाजवाब….
अभिवादन आपका बब्बू जी ..ह्रदय से अभिनंदन ………आप लोगो का निश्छल प्रेम कही और कहाँ मिल पाता है ….तहदिल से शुक्रिया आपका !!
प्रकति का मनोरम चित्रण ,बहुत सुन्दर रचना निवातियाँ जी !!
बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी !!