रेला है भाई रैली है
सभी जगह धकमपेली है,
पार्टी नेता करते अहवान
गाते अपना गुण करते जयगान ,
लोग भी गजब मूर्ख बनाते
कुछ देहारी में कुछ बेरोजगारी में
कुछ समर्थन में कुछ लचारी में
इकट्ठा हो शोर मचाते,
रेला रैली आज परेशानी का सबब बन गया
शक्ति प्रदर्शन का एक अदब बन गया
वे वजह ही संसाधन बर्बाद हो रहा
पुरे समाज पर कुछ लोगों का अधिकार हो रहा
आज यही साधन-संसाधन सही जगह पर व्यय होता
सोचो आज मेरा देश कहा होता।
रेला है भाई रैली है
सभी जगह धकमपेली है ।
नरेन्द्र कुमार–
वास्तविकता का बोध कराती रचना नरेन्द्र जी!
आप सभी तहे दिल से धन्यवाद ——-
बहुत सही कहा आपने…..
धन्यवाद श्रीमान ——
बहुत बढ़िया नरेंद्र जी………….
धन्यवाद श्रीमान —–
सब आप लोगों का आशिष
सच्चाई की बोधक हैं आपकी रचना।
धन्यवाद श्रीमान ——आप सभी का आशीर्वाद
सत्य बयां करती रचना…………….सुंदर…………..
आप सभी के आशीर्वाद से ——-