Homeवेद प्रकाश राय 'मोनू'कैसी कैसी वेद प्रकाश राय वेद प्रकाश राय 'मोनू' 14/07/2016 4 Comments मुझ से रूठकर वो खुश हैं तो शिकायत ही कैसी, अब मैं उनको खुश भी ना देखू तो हमारी मोहब्बत ही कैसी….. Tweet Pin It Related Posts हुनर बता न? मैं तो दिवाना – वेद प्रकाश राय About The Author मोनू बहुत मुश्किल है उस शख़्स को गिराना, चलना जिसे ठोकरों ने सिखाया हो.... 4 Comments Shishir "Madhukar" 14/07/2016 Lovely…………….. Reply वेद प्रकाश राय 14/07/2016 Thanks sir Reply babucm 14/07/2016 वेद प्रकाश जी…मेरे पास एक पोस्टर है जिस पे लिखा है….”मुझे छोड़ के वो खुश हैं तो शिकायत कैसी….और मैं उसे खुश भी न देख पाऊं तो फिर मोहब्बत कैसी”….वहां किसी का नाम नहीं है…. Reply वेद प्रकाश राय 14/07/2016 हो सकता हैं, Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Lovely……………..
Thanks sir
वेद प्रकाश जी…मेरे पास एक पोस्टर है जिस पे लिखा है….”मुझे छोड़ के वो खुश हैं तो शिकायत कैसी….और मैं उसे खुश भी न देख पाऊं तो फिर मोहब्बत कैसी”….वहां किसी का नाम नहीं है….
हो सकता हैं,