Homeवेद प्रकाश राय 'मोनू'नफरत की आग नफरत की आग वेद प्रकाश राय वेद प्रकाश राय 'मोनू' 13/07/2016 2 Comments मेरें सारे खत वो आज ‘नफरत की आग’ मे जलां डाली…….. जो खुद ही बिते दिन मुझे अपने खत से ही इजहार की थी…….. Tweet Pin It Related Posts अमीर नमक- वेद प्रकाश राय आँखे भर About The Author मोनू बहुत मुश्किल है उस शख़्स को गिराना, चलना जिसे ठोकरों ने सिखाया हो.... 2 Comments सुरेन्द्र नाथ सिंह कुशक्षत्रप 13/07/2016 इतनी नफ़रत, आखिर गुरूर किस बात का! Reply वेद प्रकाश राय 14/07/2016 किसी और की चाहत ने उन्हे मेरे नजर में बेवफां बना डाला। Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
इतनी नफ़रत, आखिर गुरूर किस बात का!
किसी और की चाहत ने उन्हे मेरे नजर में बेवफां बना डाला।