कश्मीर में हिंसा और घाटी में अलगाववाद
इस सच से आजकल सब दो चार हो रहे हैं
और जाकिर नाईक के भड़काऊ उपदेशों पर
एक दूसरे पर भद्दे राजनैतिक वार हो रहें हैं.
सच में हम भारतीय कभी सुधर नहीं सकते
अपना ही नाश करने में हम कभी नहीं थकते
झूठ को सच बनाने की हमें सदा से आदत है
तभी गुंडों की मृत्यु पर भी होती सियासत है
एक क़ानून पर जो अब भी ना विचार होगा
मठाधीशों पर जो जल्द ना कड़ा प्रहार होगा
तब तलक ऐसे ही बेतुकी बातें बोली जाएंगी
और शान्ति की आवाजें आगे ना आ पाएंगी
अभी तो कश्मीर के हालात थोड़े से बिगड़े हैं
और हिस्सों में भी कुछ छोटे मोटे झगडे हैं
यदि जल्द ही ये विष बेलें ना कुचली जाएंगी
आगे आगे हर शहर में गोलियां दनदनाएंगी.
शिशिर मधुकर
सच कहाँ आपने मधुकर सर, अभी अगर कुछ न किया गया तो फिर शायद बहुत देर हो जाएगी…..!
भावों से सहमत होने के लिए धन्यवाद सुरेन्द्र
बिलकुल सही कहा शिशिर जी आपने …अगर अब ना सम्भाला गया कश्मीर को जाने कितने फिर मरेंगे बेवजह बे कसूर………………….बहुत बढ़िया सर
भावों को पसंद करने के लिए धन्यवाद मनिंदर
शहर जले, राज्य जले, देश जले कोई फर्क नहीं पड़ता अगर वोट मिले. लोग यूँ ही मरते रहेंगे नेता देश चरते रहेंगे. मठाधीश तो सिर्फ एक दिखावा है अंदर तो सिर्फ और सिर्फ छलावा है. बहुत बढ़िया सर…………………….
रचना पसंद करने का शुक्रिया विजय …………
बहुत बढ़िया सर……………
धन्यवाद अभिषेक ………………
देश में शांति कायम रखना तो बहुत ही जरूरी है ……………………………… बहुत बढ़िया मधुकर जी !!
सही कहा आपने सर्वजीत .धन्यवाद
ज्वलंत समस्याओं को दर्शाती रचना……,
मीना जी रचना पसंद करने के लिए ढेरों शुक्रिया
शिशिर जी जो आप कह रहे हैं बिलकुल सही है . कश्मीर के हालात. बहुत ख़राब हैं .स्वर्ग की जगह नर्क ने ले ली है
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया के लिए आभार किरण जी
कश्मीर के मौजूदा हालात की कड़वी सच्चाई बयानकरती आपकी कविता बहुत सूंदर बन गई है। बहुत खूब शिशिर जी।
रचना पसंद करने के लिए हार्दिक आभार मञ्जूषा जी
Dharaatal Kashmir ki sachaayee bakhubi byaan ki hai aapne….kab sab parties…log politics se oopar uthkar desh hit mein socheinge….or ekjut ho kuchaleinge aisee takton ko….Jaldi Jitna ho utha hi achha…aap ki kalam ko bakshish ho… Aapke…ham sab ke bhaav safal hon…
बब्बू जी रचना पसंद करने और अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक शुक्रिया.