Homeवेद प्रकाश राय 'मोनू'इश्क एक रूह इश्क एक रूह वेद प्रकाश राय वेद प्रकाश राय 'मोनू' 12/07/2016 5 Comments जिस्म की दरारों से रूह नज़र आने लगी बहुत अंदर तक तोड़ गया मुझे इश्क तेरा… Tweet Pin It Related Posts कफन बदला – बेटे का ।।अविलम्ब सम्पर्क करें।। About The Author मोनू बहुत मुश्किल है उस शख़्स को गिराना, चलना जिसे ठोकरों ने सिखाया हो.... 5 Comments Shishir "Madhukar" 12/07/2016 बेहतरीन ……………………… Reply babucm 12/07/2016 वाह….क्या बात है….लाजवाब अंदाज़……. Reply mani 12/07/2016 bahut khubsurat……………. Reply विजय कुमार सिंह 12/07/2016 Beautifully written………………….. Reply वेद प्रकाश राय 12/07/2016 धन्यवाद आपसभी को Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
बेहतरीन ………………………
वाह….क्या बात है….लाजवाब अंदाज़…….
bahut khubsurat…………….
Beautifully written…………………..
धन्यवाद आपसभी को