Homeवेद प्रकाश राय 'मोनू'हैं तमन्ना फिर हैं तमन्ना फिर वेद प्रकाश राय वेद प्रकाश राय 'मोनू' 12/07/2016 4 Comments है तमन्ना फिर, मुझे वो प्यार पाने की……. दिल है पाक मेरा , ना कोशिश कर आज़माने की….।। Tweet Pin It Related Posts नफरत की आग आज़ादी के 69 सालों बाद भी 1.83 करोड़ हिन्दुस्तानी गुलामी की ज़ंजीरों में जकड़े हुए हैं हुनर About The Author मोनू बहुत मुश्किल है उस शख़्स को गिराना, चलना जिसे ठोकरों ने सिखाया हो.... 4 Comments Shishir "Madhukar" 12/07/2016 Beautiful………………. Reply वेद प्रकाश राय 14/07/2016 Thanks sir Reply विजय कुमार सिंह 12/07/2016 Nice…………………………… Reply वेद प्रकाश राय 14/07/2016 Thanks sir Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
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