इस जमाने में कुछ ऐसे अजीब लोग होते हैं
जिन्हे हर चीज़ में व्याभिचार नज़र आता है
कोई श्रृंगार भरी रचनाओं का सृजन जो करे
उन्हें अपनों का इस में अक्स नज़र आता है
रचनाओं का सृजन तो किसी का गुलाम नहीं
ऐसे लोगों को अपनी सोच का भी भान नहीं
इनका बस चले तो ये सदा बेतुकी बात करे
सड़क चलतों से भिड़ जाएँ और उत्पात करें .
शिशिर मधुकर
बहुत खूबसूरत शिशिर जी ……….कुटिल मानसिकता का कोई इलाज नहीं !!
रचना पढ़ने और अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देने के लिए आपका हार्दिक आभार निवातियाँ जी
बिलकुल सही बात लिखी है आपने, जो जैसा होता है वह अपने अनुसार ही सोचता है. सुंदर रचना ……………..
प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक आभार विजय
बहुत बढ़िया शिशिर जी…………….ऐसे लोगो का भगवान ही मालिक है
धन्यवाद मनिंदर ……….
नकारात्मक और सकारात्मक सोच जीवनरुपी सिक्के के दो पहलू हैं आपने रचना के माध्यम से इस विसंगति का चित्रण किया है । सुन्दर रचना शिशिर जी !
मीना जी रचना पढ़ने और सराहने के लिए हार्दिक आभार
शिशिर मधुकर जी, इन्सान की सोच ही उसे महान बनाती है या उसे नर्क का भागी भी, किसी के सोच पर हम प्रतिबन्ध नहीं लगा सकते, कुछ लोग हर चीज में नकारात्मक ही पाते है जबकि कुछ लोग प्रत्येक पहलू को सकारात्मक ।।।।।।
आपने अपने दिल के उदगार रचना में दिया, जो ऐसे नकारात्मक लोगों के निम्न मानसिकता को दर्शाता है…..!
आपके शब्दों के लिए शुक्रिया सुरेंद्र
अति सुंदर ……………शिशिर जी !!
धन्यवाद अभिषेक ………………..
Jab ham apne sanskaar chhodne lagta hain
…maansikta beemaar hone lagti hai….har comfort Jo pahle luxury hota tha necessity jab ban jaata hai toh usmein thoda sa dakhal bhi aise hai Jaise ‘privacy’ pe hamla ho….har koyee bolta hai ki ham sab jaante kya achha hai kya bura….par sirf bolne mein….har koyee apni seema mein rahna seekhe…sanskaar se Jude toh kisi hadd tak in beemar dimaagon se baxha ja sakta…par baat wohi koyee apne ko control nahin karna chaahta par doosron ko karne mein…sabak sikhaane mein tatpar rahta…
Aapke kahne ke anoothe andaaz ko slaam….
बब्बू जी आपकी विस्तृत प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार
कुछ लोगों की सोच ही नकारात्मक होती ही उनका कुछ नहीं किया जा सकता ……………………… बेहतरीन मधुकर जी !!
हार्दिक आभार सर्वजीत ………..
Beautiful poetry shishir sahab l
Thank you so very much Rajiv.