ईद-उल-फितर का त्यौहार l
लेकर आया खुशिया अपार ll
ईद है खुशी, फितर है दान l
दूसरों को खुशिया बाटने से l
आती है चेहरो पर मुस्कान ll
जिनके है रोज़ी रोटी के लाले l
खुशिया जिनसे दामन छुडा ले ll
उन रोते हुए चेहरो को हसाओ l
उनकी मदद कर ईद मनाओ ll
मेरी भी बस यही है एक दुआ l
या खुदा दुनिया से बैर को मिटा l
प्यार और अमन चारो तरफ छाये l
सबके चेहरे पर खुशिया लेकर आये l
आओ एक दूजे को गले लगा ईद मनाए l
अपने बीच , भेदभाव की दीवार गिराए ll
सबको है जहान मे खुशी मनाने का हक 1
आप सबको ईद की दिली मुबारक…..11
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अगर इस तरह की ईद बन जाये तो सब कुछ अच्छा हो……………बहुत बढ़िया राजीव जी
कविता सराहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद l
बहुत अच्छे राजीव जी, खूबसूरत रचना……………..
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद l
राजीव जी बेहतरीन रचना, काश ऐसा ही हो!
धन्यवाद सुरेन्द्र जी l
संदेश परक खुबसुरत बधाई संदेश ।।
धन्यवाद निवातियाँ जी l
Lovely write Rajiv. Thanks for telling the meaning of Fitr.
धन्यवाद शिशिर साहब मैं भी यही चाहता था की में इसका विस्तार से वर्णन करू की आखिर इस ईद को ईद-उल-फितर क्यों कहते है
ऐसा ही हो………..
धन्यवाद बब्बू जी